क्या 2027 में उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया होगा? : शिवपाल सिंह यादव

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाए गए हैं।
- 2027 में समाजवादी पार्टी की वापसी का विश्वास जताया गया है।
- जनता की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- भाईचारे की कमी पर चिंता व्यक्त की गई है।
- जीएसटी में कमी का भी जिक्र हुआ है।
वाराणसी, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव रविवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी सर्किट हाउस पहुंचे, जहां जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2027 में भाजपा उत्तर प्रदेश से साफ होने जा रही है।
शिवपाल सिंह यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए आश्वासन दिया कि उत्तर प्रदेश से भाजपा अब साफ होने वाली है। भाजपा के शासन में जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। 2027 में समाजवादी पार्टी की पुनः सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि वाराणसी गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक है। यहां की संस्कृति पूरे देश में प्रसिद्ध है। वर्तमान शासन और प्रशासन सही तरीके से कार्य नहीं कर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप आम जनता को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि देश में भाईचारे की कमी दिख रही है। जिस तरह से लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है, यह देश और प्रदेश के लिए सही नहीं है। जनता अब भाजपा की हकीकत जान चुकी है। इसका उत्तर भाजपा को मिलेगा।
उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि मायावती भाजपा के इशारों पर चल रही हैं, यह सबको ज्ञात है। समाजवादी पार्टी ने चुनाव से पहले जो वादे किए थे, उन्हें पूरा किया है। भाजपा ने कितने वादे किए हैं? अब तक वे वादे अधूरे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता से वादा किया था कि अच्छे दिन आएंगे। लेकिन अच्छे दिन कहीं नहीं दिख रहे हैं; बल्कि गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई अपने चरम पर हैं।
जीएसटी में कमी पर शिवपाल यादव ने कहा कि जनता को टैक्स के माध्यम से किस प्रकार लूटा गया है। अब चुनाव आने के बाद वे दिखा रहे हैं कि थोड़ा सा टैक्स कम कर देंगे।
सपा नेता आज़म खान को सुरक्षा मिलने पर शिवपाल यादव ने कहा कि आजम खान समाजवादी पार्टी के संस्थापक रहे हैं, उनके आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। वे सीनियर लीडर हैं, सुरक्षा उन्हें मिलनी चाहिए। सुरक्षा मिलना कोई बड़ी बात नहीं है।