क्या बारिश ने भीलवाड़ा में जलभराव की समस्या को उजागर किया?

सारांश
Key Takeaways
- जलभराव से स्थानीय प्रशासन की खामियां उजागर हुई हैं।
- विधायक और महापौर के बीच तकरार ने स्थिति को गंभीर बना दिया है।
- स्थायी समाधान के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।
- नालों की गलत दिशा और अतिक्रमण मुख्य कारण हैं।
- प्रशासन को नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
भीलवाड़ा, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के भीलवाड़ा में हुई तेज बारिश ने नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। विजयसिंह पथिक नगर क्षेत्र में भारी जलभराव हो गया, जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालात का जायजा लेने पहुंचे विधायक अशोक कोठारी और महापौर राकेश पाठक के बीच तीखी बहस हो गई।
विधायक कोठारी और महापौर पाठक के बीच स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू को हस्तक्षेप करना पड़ा। इस दौरान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विधायक कोठारी ने कहा कि बार-बार स्थायी समाधान की बातें की जाती हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने यह भी कहा कि भारद्वाज हॉस्पिटल के पास नाला जाम है, उसकी सफाई क्यों नहीं की गई? साथ ही नालों पर हुए अतिक्रमण को हटाने की मांग की।
महापौर पाठक ने जवाब देते हुए कहा कि विजयसिंह पथिक नगर में जलभराव का मुख्य कारण नालों की गलत दिशा और अतिक्रमण है। उन्होंने बताया कि मोती बावजी के सामने 60 फीट चौड़े नाले की चौड़ाई अब मात्र 15 फीट रह गई है। इसी तरह, राजीव गांधी ऑडिटोरियम के निर्माण के दौरान नाले की दिशा मोड़ दी गई। जगह-जगह नालों की दिशा बदलने से कॉलोनियों में पानी रुक गया है। इसके अलावा, भारद्वाज हॉस्पिटल के पास और सांगानेर का नाला टकराते हैं, जिससे जलभराव और बढ़ गया है।
बढ़ते विवाद को शांत करने के लिए कलेक्टर जसमीत संधू ने हस्तक्षेप किया और अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।