क्या भोपाल मंडल ने ट्रेन पर निगरानी रखने वाला सॉफ्टवेयर विकसित किया है?

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क्या भोपाल मंडल ने ट्रेन पर निगरानी रखने वाला सॉफ्टवेयर विकसित किया है?

सारांश

भोपाल मंडल ने स्पीडो विजन नामक एक नवीनतम सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जो रेल गाड़ियों के लोको पायलटों की ड्राइविंग रिपोर्ट को तेजी से तैयार करता है। यह तकनीक न केवल यात्री सुरक्षा को बढ़ावा देती है, बल्कि लोको पायलटों की कार्यप्रणाली में भी पारदर्शिता लाती है। जानिए इसके महत्व और लाभ के बारे में।

Key Takeaways

  • स्पीडो विजन सॉफ्टवेयर द्वारा तेज और सटीक रिपोर्टिंग।
  • यात्री सुरक्षा में वृद्धि।
  • लोको पायलटों की जिम्मेदारी में सुधार।
  • स्वचालित और त्रुटिरहित विश्लेषण।
  • भविष्य में अन्य मंडलों में विस्तार की योजना।

भोपाल, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत स्थित मध्य प्रदेश के भोपाल मंडल ने स्पीडो विजन नामक एक नई तकनीक का विकास किया है, जो रेल गाड़ियों के लोको पायलटों की ड्राइविंग रिपोर्ट को तैयार करने में सहायता करता है।

इसकी आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि भोपाल रेल मंडल ने स्पीडो विजन नामक आधुनिक सॉफ्टवेयर बनाया है, जो लोकोमोटिव स्पीडोमीटर डेटा का तेज, सटीक और स्वचालित विश्लेषण करते हुए संचालन रिपोर्ट कुछ ही मिनटों में तैयार करने में सक्षम है। यात्रियों की सुरक्षा, संचालन में पारदर्शिता और लोको पायलट की कार्यप्रणाली में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए इसे एक महत्वपूर्ण तकनीकी पहल माना जा रहा है। यह सॉफ्टवेयर मंडल की इन-हाउस टीम द्वारा एक महीने में विकसित किया गया है।

स्पीडो विजन सॉफ्टवेयर की कार्यप्रणाली अत्यंत सहज एवं प्रभावी है। यह लोकोमोटिव स्पीडोमीटर से प्राप्त डेटा की एक्सेल फाइल को सेकंडों में प्रोसेस कर ग्राफिकल रिपोर्ट तैयार करता है, जिसमें तारीख, समय, गति, दूरी, ब्रेकिंग पैटर्न, ओवरस्पीड, और ब्रेक पावर टेस्ट जैसी प्रमुख जानकारियां शामिल होती हैं। यह विश्लेषण पूर्णतया स्वचालित और त्रुटिरहित होता है, जिससे पहले की मैनुअल प्रक्रिया की तुलना में समय और संसाधनों की बड़ी बचत होती है।

भोपाल मंडल में प्रतिदिन औसतन 13 फ्लॉपी का विश्लेषण किया जाता है और हर महीने करीब 400 स्पीडोमीटर डेटा को डाउनलोड कर लोको पायलट की कार्यशैली की समीक्षा की जाती है। यदि विश्लेषण में किसी प्रकार की चूक, गति सीमा का उल्लंघन या संचालन व्यवहार में असामान्यता पाई जाती है, तो संबंधित लोको पायलट को लोको निरीक्षकों द्वारा काउंसलिंग दी जाती है और आवश्यकतानुसार पुनः प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है।

रेलवे अधिकारियों का मानना है कि यह तकनीक न केवल ट्रेन संचालन की सुरक्षा और विश्वसनीयता को सशक्त बनाएगी, बल्कि लोको पायलटों के प्रशिक्षण, दक्षता और जिम्मेदारी को भी नया आयाम देगी। आने वाले समय में इस मॉडल को भारतीय रेलवे के अन्य मंडलों में भी लागू करने की योजना है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भोपाल मंडल का यह प्रयास भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल संचालन की सुरक्षा और विश्वसनीयता को बढ़ाता है, बल्कि लोको पायलटों के लिए जिम्मेदारी और दक्षता में वृद्धि करता है। इस तकनीक का अन्य मंडलों में विस्तार होना आवश्यक है ताकि पूरे देश में रेल सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सके।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

स्पीडो विजन सॉफ्टवेयर क्या है?
स्पीडो विजन एक सॉफ्टवेयर है जो लोकोमोटिव स्पीडोमीटर डेटा का तेज, सटीक और स्वचालित विश्लेषण करता है।
भोपाल मंडल ने यह सॉफ्टवेयर कब विकसित किया?
यह सॉफ्टवेयर भोपाल मंडल द्वारा एक महीने में विकसित किया गया है।
इस सॉफ्टवेयर के द्वारा कौन सी जानकारियां हासिल की जा सकती हैं?
इस सॉफ्टवेयर से गति, दूरी, ब्रेकिंग पैटर्न, ओवरस्पीड आदि जानकारियां प्राप्त की जा सकती हैं।
क्या यह सॉफ्टवेयर लोको पायलटों के लिए उपयोगी है?
हां, यह सॉफ्टवेयर लोको पायलटों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने में मदद करता है।
क्या यह तकनीक अन्य मंडलों में भी लागू की जाएगी?
जी हां, इस तकनीक को आने वाले समय में भारतीय रेलवे के अन्य मंडलों में लागू करने की योजना है।