क्या बिहार भाजपा ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया है?

सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह का आगमन कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
- भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है।
- भाजपा की बैठक में चुनावी रणनीतियों पर चर्चा होगी।
- कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने की योजना है।
- कांग्रेस को विकास विरोधी पार्टी कहा गया।
रोहतास, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार भाजपा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्य आगमन पर अपनी खुशी व्यक्त की। इस अवसर पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। भाजपा नेताओं ने कहा कि निश्चित रूप से अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के संबंध में विभिन्न मुद्दों पर गहराई से चर्चा की जाएगी।
इस बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि आने वाले दिनों में कौन-कौन से कदम उठाए जाएंगे।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा सांसद गोपाल प्रसाद सिंह ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हमारे बीच आए हैं। वे पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे और उन्हें बताएंगे कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में क्या-क्या कदम उठाने हैं। इस दिशा में अमित शाह पार्टी के कार्यकर्ताओं को विधिवत रूप से प्रशिक्षण देंगे।
भाजपा एमएलसी जीवन कुमार ने कहा कि अमित शाह के आगमन से हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच में उमंग और जोश का माहौल है। निश्चित रूप से इस बात को नकारा नहीं किया जा सकता है कि अमित शाह जब हमारे बीच में आते हैं तो कार्यकर्ताओं को कुछ ऐसी बातें बताकर जाते हैं जिससे उन्हें उनके राजनीतिक जीवन में बड़ा लाभ मिलता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर समस्त बिहार में कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कहीं रक्तदान शिविर का आयोजन हो रहा है तो कहीं अन्य कार्यक्रम।
इन सभी गतिविधियों के माध्यम से हम लोगों के बीच यह संदेश पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं कि 'सेवा ही संगठन' है। हालांकि कांग्रेस में ऐसा नहीं है। वहां पर 'मेवा ही संगठन' जैसे सिद्धांतों के अनुसार कार्य किया जाता है। इससे कांग्रेस को कुछ भी लाभ होने वाला नहीं है।
सांसद विवेक ठाकुर ने भी अमित शाह के आगमन पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अमित शाह पार्टी के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगे और उन्हें राजनीति की मूल बातें बताएंगे। उन्होंने कांग्रेस को ‘विकास विरोधी पार्टी’ बताया और कहा कि इस पार्टी का देश के विकास से कोई संबंध नहीं है।
यह पार्टी हमेशा विकास का विरोध करती आई है। यह मानना गलत नहीं होगा कि इस देश में सही मायने में विकास पर सार्थक चर्चा 2014 के बाद ही हुई है और मैं एक बात दावे के साथ कह सकता हूँ कि हमारे देश में इसी प्रकार विकास के कार्य होते रहेंगे।