क्या बिहार विधानसभा का सत्र आज से शुरू हो रहा है, क्या यह नीतीश सरकार का अंतिम सत्र है?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू।
- यह नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार का अंतिम सत्र है।
- इस सत्र में लगभग 12 विधेयक पेश किए जाएंगे।
- विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है।
- सत्र 25 जुलाई को समाप्त होगा।
पटना, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से आरंभ हो रहा है। यह एक राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पल है क्योंकि आने वाले चुनावों से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार का यह अंतिम सत्र होगा।
विधानसभा सचिवालय के अनुसार, इस सत्र में कुल पाँच बैठकें होंगी।
इस दौरान प्रश्नकाल, वित्तीय कार्य, गैर-सरकारी प्रस्ताव और अन्य महत्वपूर्ण विधेयक सहित प्रमुख विधायी कार्य किए जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार की सरकार इस सत्र में लगभग 12 विधेयक पेश करने की योजना बना रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस सत्र में सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक होने की संभावना है।
पहले दिन (सोमवार) को इस वित्तीय वर्ष का पहला सप्लीमेंट्री बजट पेश किया जाएगा। इसके साथ ही राज्यपाल द्वारा मंजूर किए गए अध्यादेशों और कमेटियों की रिपोर्ट भी विधानसभा में रखी जाएंगी।
22 और 23 जुलाई को राज्य विधेयक पेश किए जाएंगे, उसके बाद सरकारी कार्यों पर चर्चा होगी। गैर-सरकारी प्रस्तावों पर चर्चा के साथ ही यह सत्र 25 जुलाई (शुक्रवार) को समाप्त होगा।
विपक्ष ने इस सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था, बढ़ते अपराध और मतदाता सूची के चल रहे गहन पुनरीक्षण जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनाई है। सरकार के खिलाफ महागठबंधन के नेताओं का आक्रामक रुख देखने को मिल सकता है।
सत्ताधारी एनडीए विपक्ष के सवालों का जवाब देने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए वह अपनी जनकल्याण योजनाओं को जनता के सामने रखेगा। इनमें सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण, 1.11 करोड़ लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाकर देना और घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देना शामिल है।
राजनीतिक घटनाक्रम के बीच, सबकी निगाहें तेज प्रताप यादव पर भी होंगी, जिन्हें लालू प्रसाद यादव ने राजद और परिवार दोनों से निष्कासित कर दिया है, लेकिन उन्होंने अपनी विधानसभा सीट बरकरार रखी है।
तेजप्रताप यादव परिवार से दूरी बनाए हुए हैं। सदन में उनकी सीट उनके भाई और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बगल में है।
अभी तक तेज प्रताप के सीट बदलने के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, और सत्र के दौरान लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे लंबे समय के बाद पहली बार सदन में एक-दूसरे के बगल में बैठे नजर आएंगे।