क्या बिहार पहला राज्य है जहां ई-वोटिंग के जरिये हुआ मतदान?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार ने ई-वोटिंग के माध्यम से मतदान की नई परंपरा शुरू की।
- ई-वोटिंग में 70 प्रतिशत मतदान हुआ।
- उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इसे गर्व का क्षण बताया।
- राज्य निर्वाचन आयोग ने इसे बड़ी उपलब्धि माना है।
- 30 जून को वोटों की गिनती की जाएगी।
पटना, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारत में पहली बार मोबाइल एप के माध्यम से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई है। शनिवार को बिहार के 26 जिलों की 42 नगर पालिकाओं में उपचुनाव आयोजित किए गए, जिसमें कुल 62.41 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। ई-वोटिंग के जरिये मतदान, बूथ वोटिंग से अधिक सफल रहा, जहां लगभग 70 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की है और इसे बिहार के लिए एक गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह ई-वोटिंग का प्रयोग अपने आप में एक अनोखा प्रयोग है। बिहार देश का पहला राज्य है, जहां ई-वोटिंग के माध्यम से मतदान किया गया है।
इससे पहले, सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के दूसरे स्थान पर आने को लेकर भी उप मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के कल्याण के प्रयासों की सराहना की।
वास्तव में, बिहार ने देश में पहली बार ई-वोटिंग का रिकॉर्ड बनाया है। नगर निकाय आम चुनाव और उपचुनाव में ऑनलाइन पंजीकृत 70 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मोबाइल के माध्यम से ई-मतदान किया। मतदान में पटना, बक्सर, रोहतास, सारण, बांका और पूर्वी चंपारण के विभिन्न नगर निकायों के मतदाताओं ने भाग लिया।
ई-वोटिंग करने वालों में 72.01 प्रतिशत पुरुष और 63.38 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। इसके लिए 51 हजार मतदाताओं ने पंजीकरण कराया था। लेकिन, तीन निकायों की तीन सीटों के लिए मतदान स्थगित होने के बाद कुल 38 हजार ऑनलाइन मतदाता पंजीकृत थे।
राज्य निर्वाचन आयोग ने इसे एक बड़ी उपलब्धि माना है। चुनाव में ऑनलाइन और सामान्य मिलाकर 62.41 प्रतिशत मतदान हुआ। 184 वार्ड पार्षद, छह-छह उपमुख्य पार्षद एवं मुख्य पार्षद की सीटों के लिए मतगणना 30 जून को होगी। आयोग का प्रयास है कि प्रत्येक मतदाता को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, उत्तरदायित्वपूर्ण और सुलभ मतदान प्रक्रिया उपलब्ध कराई जाए, और इसी उद्देश्य के लिए ई-वोटिंग का प्रयोग किया जा रहा है।