क्या तेजस्वी यादव क्रिकेट में 'सुपर हिट' रहे? विपक्ष के 'बिहार बंद' पर जीतन राम मांझी की राय

सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष का बिहार बंद असफल रहा।
- जीतन राम मांझी ने विपक्ष की आलोचना की।
- बिहार की जनता विकास के सही रास्ते को पहचानती है।
- राजनीतिक नाटक के रूप में देखा गया बिहार बंद।
- जनता का मूड स्पष्ट है, वे बरगलाने से बचते हैं।
पटना, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। विपक्षी इंडिया ब्लॉक के बिहार बंद के संदर्भ में बुधवार को विभिन्न प्रतिक्रियाएँ आईं। इस दौरान, केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के संरक्षक जीतन राम मांझी ने विपक्ष की निंदा की।
विपक्ष द्वारा बिहार बंद के आह्वान पर राजनेताओं की प्रतिक्रियाएँ मिली-जुली रहीं। जहां कुछ विपक्षी नेता इसे सफल मानते हैं, वहीं सत्ता पक्ष से जुड़े नेता इसे “फ्लॉप” कहकर खारिज कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में विपक्ष के बिहार बंद को पूरी तरह असफल करार दिया। उन्होंने व्यंग्य करते हुए लिखा, “जिस तरह क्रिकेट में तेजस्वी यादव सुपर हिट थे, वैसे ही आज हुए 'इंडी' गठबंधन का बंद भी सुपर हिट था।”
उन्होंने कहा कि बिहार में 'इंडी' गठबंधन के नेताओं ने आज बिहार बंद और चक्का जाम के बहाने केवल नौटंकी की। चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ उन्होंने मार्च किया, लेकिन चार कदम पैदल नहीं चल पाए। कुछ को पैदल चलने में दिक्कत हो रही थी, तो कुछ को गर्मी सहन नहीं हो रही थी। अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सड़क पर चलने के लिए मजबूर कर नेता खुद गाड़ी में बैठ गए।
उन्होंने कहा कि 'इंडी' गठबंधन के नेताओं का स्वार्थी स्वभाव एक बार फिर उजागर हो गया है। बिहार की जनता इनकी चालाकियों में नहीं आने वाली है। बिहार की जनता विकास के सही मार्ग को पहचानती है। लोकसभा चुनाव में न तो 'इंडी' गठबंधन का भ्रम का कार्ड देश में चला और न ही बिहार विधानसभा चुनाव में यह आगे बढ़ने वाला है।