क्या बिहार अवसरों का हॉटस्पॉट बनेगा? निवेशकों के लिए गोल्डन ऑपच्युनिटी: चिराग पासवान

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में निवेश का बढ़ता अवसर।
- महिलाओं के लिए उद्यमिता के नए मौके।
- खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में सुधार के प्रयास।
- डबल इंजन सरकार का सकारात्मक प्रभाव।
- वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 का महत्व।
नई दिल्ली, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 के कार्यक्रम में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने भारत में खाद्य और कृषि क्षेत्र के विकास पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि बिहार और अन्य राज्यों में खाद्य प्रसंस्करण तथा महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए गए प्रयास भविष्य में सकारात्मक और प्रभावी परिणाम देंगे।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि यह राज्य अवसरों का केंद्र बन सकता है, जहां निवेशक आकर उद्योग और व्यापार के नए अवसरों को अपनाएं। उन्होंने कहा कि बिहार विकास की दृष्टि से अब अतीत की तरह पीछे नहीं रहेगा, बल्कि उद्देश्यपूर्ण कोशिशों के जरिए नंबर एक बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा।
उन्होंने बताया कि मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने पर उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को सुधारने और मजबूत करने का काम शुरू किया। ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ किए गए प्रयास निश्चित रूप से सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
चिराग पासवान ने बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व और केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार के कारण बिहार में निवेशकों के लिए मजबूत आधार तैयार हुआ है। इसे गोल्डन ऑपच्युनिटी बताया गया, जो राज्य के निवेशक-फ्रेंडली माहौल को दर्शाता है।
केंद्रीय मंत्री ने भविष्य की योजनाओं पर भी बात की, उन्होंने कहा कि यदि अगले पांच साल में बिहार में एनडीए की सरकार बनी, तो केंद्र और राज्य मिलकर विकास को गति देंगे। यह साझेदारी महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का भी ज़िक्र किया गया। चिराग पासवान ने इसे महिलाओं को उद्यमिता और स्वरोजगार की दिशा में सशक्त करने वाली सबसे प्रभावशाली योजना बताया। यह पहल महिलाओं के लिए नए अवसर और स्वतंत्रता प्रदान करती है।
इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने मेघालय पवेलियन का उद्घाटन भी किया। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी के विजन को साकार करने का उदाहरण बताया और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की प्रशंसा की।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 का उद्देश्य विभिन्न राज्यों को एक मंच पर लाना है ताकि वे एक-दूसरे के अनुभवों से सीख सकें और अपने राज्यों में बेहतरीन प्रथाओं को लागू कर सकें।