क्या बिहार के पश्चिमी चंपारण में नाव पलटी, 2 लड़कियां लापता हैं?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में नाव पलटने की घटना
- दो लड़कियां लापता हैं
- स्थानीय प्रशासन सक्रिय है
- जल परिवहन सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता
- घटना ने क्षेत्र में दहशत फैलाई
पटना, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बैरिया ब्लॉक के कोइर पट्टी घाट के करीब एक नाव पलट गई, जिससे एक बड़ी दुर्घटना घटित हुई। इस हादसे के समय नाव में कुल 15 लोग मौजूद थे।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी। स्थानीय गोताखोरों और ग्रामीणों ने नदी से कई लोगों को बचा लिया, लेकिन दो लड़कियां (एक 17 वर्षीय और एक 8 वर्षीय) अभी भी लापता हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, बैरिया निवासी दियारा क्षेत्र से अपने मवेशियों के लिए चारा काटकर लौट रहे थे।
अंधेरे में क्षमता से अधिक भरी छोटी नाव एक बड़े जहाज से टकराकर पलट गई, जिससे बड़ा हादसा हुआ। इस अचानक हुई घटना से सभी यात्री नदी में गिर गए।
घटनास्थल पर मौजूद गोताखोरों ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर कई पुरुषों और महिलाओं को पानी से बाहर निकाला।
हालांकि, 17 वर्षीय पुनीता कुमारी, पुत्री धरम यादव, और 8 वर्षीय सुगी कुमारी, पुत्री रमेश यादव, का अभी तक कोई पता नहीं चला है।
स्थानीय गोताखोर और एसडीआरएफ की एक टीम मौके पर पहुंचकर तलाशी अभियान चला रही है, लेकिन अंधेरे के कारण अभियान में रुकावट आ रही है।
डूबी हुई नाव का अब तक पता नहीं चला है।
बैरिया थाना प्रभारी अनुज कुमार सिंह ने बताया कि नाव छोटी थी और उसमें क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे। दुर्घटनास्थल पर नदी की गहराई अधिक थी, जिससे यह बड़ा हादसा हुआ। एसडीआरएफ की टीम बच्चियों की तलाश कर रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग 15 से 20 यात्री, सभी बैरिया प्रखंड के पखनाहा डुमरिया वार्ड संख्या 11 और 8 के निवासी, नाव पर सवार थे, जबकि नाव में केवल 5 से 6 लोगों की क्षमता थी। राहत और बचाव दल घटनास्थल पर मौजूद हैं और लापता बच्चों की खोज जारी है।
लापता बच्चियों के परिवार वाले गमगीन हैं। इस त्रासदी के बाद पूरा क्षेत्र सदमे और अविश्वास में है।