क्या बिहार चुनाव की टाइमिंग सही है? मंत्री अशोक चौधरी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- छठ के बाद चुनाव का आयोजन
- मतदान में बढ़ोतरी का संभावना
- एनडीए सरकार के विकास कार्यों का प्रभाव
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कल्याणकारी योजनाएँ
- न्याय व्यवस्था में सुधार
पटना, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने मंगलवार को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव की टाइमिंग को बिल्कुल सही बताया। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि छठ के बाद नवंबर में चुनाव कराने का निर्णय बिल्कुल उचित है।
उन्होंने बताया कि छठ पर अधिकांश बिहारवासी दूसरे राज्यों से अपने घर लौटते हैं। इस दौरान चुनाव होने पर वे अपने मताधिकार का भी उपयोग कर सकेंगे।
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मैं पिछले 20 वर्षों से देख रहा हूं कि बिहार में नवंबर के माह में चुनाव होते हैं, जो कि एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि इससे मतदान की संख्या में वृद्धि होती है। बिहार में आमतौर पर चुनाव के समय छठ और दीपावली का संयोग बनता है। यह स्थिति पिछले लंबे समय से बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में चुनाव लोकतंत्र का एक बड़ा उत्सव होता है। इस विशेष अवसर पर ज्यादा से ज्यादा लोग भागीदारी कर सकेंगे। यह एक अच्छी बात है।
बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से एनडीए के पक्ष में है। इसका मुख्य कारण पिछले दो दशकों में एनडीए सरकार द्वारा किए गए विकास कार्य हैं।
मंत्री अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों को अद्वितीय बताया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह सुनिश्चित किया है कि बिहार में कोई भी व्यक्ति विकास से वंचित न रहे। समाज के अंतिम पंक्ति तक बैठे व्यक्ति को विकास से संबंधित कार्यों का लाभ मिले।
मुख्यमंत्री ने कई कल्याणकारी योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने का कार्य किया है। आज के समय में उनके नेतृत्व में राज्य में चौतरफा विकास हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने राज्य में न्याय व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया है। निश्चित तौर पर इसका प्रभाव आगामी चुनाव में मतदाताओं पर पड़ेगा।