क्या बिहार चुनाव में कांग्रेस की गलत राजनीति को मिलेगा जवाब: गजेंद्र सिंह शेखावत?

सारांश
Key Takeaways
- कला का महत्व और इसकी भूमिका
- गजेंद्र सिंह शेखावत का कांग्रेस की राजनीति पर बयान
- बिहार चुनाव में जनता की वोटिंग का महत्व
- कला जगत को आर्थिक मजबूती
- लोकतंत्र में वोट की ताकत
नई दिल्ली, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में बुधवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ६४वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के पुरस्कार समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि ये कला न केवल हमें एक-दूसरे से जोड़ती है, बल्कि पूरे विश्व को भी हमसे जोड़ती है। प्रदर्शनी में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी उपस्थित रहीं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जो कला गायब हो रही थी, उसे वापस लाने के लिए ललित कला अकादमी की स्थापना की गई है। इसके लिए मैं समस्त कला जगत का दिल से आभार व्यक्त करता हूं।
उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो हमारे कलाकारों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा। जिनको आज पुरस्कृत किया जाएगा, मैं उन सभी को बधाई देता हूं। आज देश का हर नागरिक प्रधानमंत्री की सोच के साथ जुड़ा हुआ है, और जल्द ही प्रधानमंत्री का विकसित भारत का सपना सच होने वाला है।
शेखावत ने कहा कि हम अभी सेवा पर्व मना रहे हैं। राष्ट्रपति ने स्वयं यहां आकर हमारे कलाकारों का जो उत्साहवर्धन किया है, उसके लिए मैं पूरे कला जगत की ओर से राष्ट्रपति का धन्यवाद देता हूं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता देश में गलत राजनीति कर रहे हैं। जब सब कुछ स्पष्ट हो चुका है, तो बिहार चुनाव में इसका जवाब उन्हें मिल जाएगा।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा पीएम मोदी की दिवंगत माता के खिलाफ कथित अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "मुझे लगता है कि यह देश की राजनीति में एक दुर्भाग्यपूर्ण शुरुआत है, जिसकी शुरुआत कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने की है। मैंने पहले भी कहा है कि लोकतंत्र में ऐसी बातों की कोई जगह नहीं है। देश की जनता इन सब बातों को गंभीरता से लेती है, और लोकतंत्र में किसी भी मुद्दे पर जवाब देने का सबसे सही तरीका वोट की ताकत है।"