क्या बिशन सिंह बेदी 200 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले भारतीय बनें?

सारांश
Key Takeaways
- बिशन सिंह बेदी ने 200 टेस्ट विकेट लेकर एक रिकॉर्ड बनाया।
- वह पहले भारतीय गेंदबाज हैं जिन्होंने 266 टेस्ट विकेट लिए।
- उनकी गेंदबाजी की विशेषता सटीकता और फ्लाइट थी।
- उन्होंने 1977 में वेस्टइंडीज को उसकी धरती पर हराया।
- उनका योगदान भारतीय क्रिकेट के लिए अमूल्य है।
नई दिल्ली, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास में बिशन सिंह बेदी का नाम एक ऐसे स्पिनर के तौर पर लिया जाता है, जिनकी घूमती गेंदों ने दुनिया के प्रमुख बल्लेबाजों को परेशान किया और स्पिन गेंदबाजी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया।
बिशन सिंह बेदी का जन्म 25 सितंबर 1946 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था। वह बाएं हाथ के एक अद्वितीय स्पिनर थे। टेस्ट क्रिकेट में बेदी जैसा बाएं हाथ का स्पिनर अब तक भारतीय टीम को नहीं मिला। बेदी ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 20 वर्ष की आयु में 1966 में सबसे मजबूत मानी जाने वाली वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ की थी। 13 वर्षों के करियर में वह भारत के प्रमुख स्पिनर बने रहे। उनकी गेंदबाजी की विशेषता सटीकता और फ्लाइट थी, जिससे वह अक्सर बल्लेबाजों को चकमा दिया करते थे। उनकी गेंद हवा में लहराती थीं और पिच पर टर्न लेती थीं, जिससे बल्लेबाजों के लिए उन्हें खेलना चुनौतीपूर्ण होता था।
बेदी न सिर्फ एक बेहतरीन स्पिनर थे, बल्कि एक उत्कृष्ट कप्तान भी थे। 1976 से 1978 तक उन्होंने 22 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की। 1977 में भारत ने बेदी की कप्तानी में ही वेस्टइंडीज को पहली बार उसकी धरती पर हराया था।
बेदी ने भारत के लिए 67 टेस्ट मैचों की 118 पारियों में 266 विकेट लिए। एक पारी में उन्होंने 14 बार 5 विकेट लेने की उपलब्धि हासिल की। वहीं, एक मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा उन्होंने एक बार किया, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में आया था। 98 रन देकर 7 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने 10 वनडे भी खेले, जिसमें उन्हें 7 विकेट मिले।
इस दिग्गज गेंदबाज ने अपने करियर के दौरान कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। वह प्रथम श्रेणी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं। उनके नाम 370 प्रथम श्रेणी मैचों में 1,560 विकेट हैं, जो भारतीय घरेलू क्रिकेट में सर्वाधिक हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज थे।
23 अक्टूबर 2023 को नई दिल्ली में 77 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।