क्या बिहार चुनाव में एनडीए ने महिलाओं में खुशी का संचार किया?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए की जीत का जश्न महिलाओं में खुशी का संचार कर रहा है।
- महिलाओं की भागीदारी ने चुनाव परिणाम पर बड़ा प्रभाव डाला है।
- शांति और सुरक्षा का वातावरण महिलाओं के लिए आवश्यक है।
पूर्णियाँ, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों ने एनडीए खेमे में एक उत्सव जैसा माहौल बना दिया है। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि बिहार की जनता ने एक बार फिर विकास, सुशासन और स्थिरता को प्राथमिकता दी है।
शहर की सैकड़ों महिलाएं भाजपा के चुनावी कार्यालय पहुंचकर "जय नीतीश, जय मोदी, जय श्री राम" के नारे लगाने लगीं।
भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "इस जीत में महिलाओं का सबसे अधिक योगदान है। बिहार में एनडीए की जीत सबसे बड़ी जीत है, अब नारी शक्ति जाग चुकी है, जिससे एनडीए की वापसी संभव हो पाई है।"
महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि अधिक वोट मिलने से हमारी पार्टी विजयी रही है। इससे बड़ी खुशी हमारे लिए कुछ नहीं हो सकती। एनडीए की जीत के लिए सभी का धन्यवाद।
उन्होंने कहा कि हम एनडीए को इसीलिए जीताना चाहते थे ताकि प्रदेश में शांति का माहौल बना रहे और महिलाएं स्वतंत्रता से घूम सकें। पहले जहाँ रात के समय हम बाहर नहीं निकल पाते थे, वहीं अब हम स्वतंत्रता से घूम सकते हैं। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार तेजी से विकास की दिशा में काम कर रही है।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि एनडीए की जीत से सबसे अधिक खुशी महिलाओं को हो रही है। हमें इस राज्य में स्वतंत्रता मिली है। अपराध में लगातार गिरावट आ रही है। अब अपराधी अपराध करने से पहले सोचते हैं। पहले सरकार का संरक्षण था, लेकिन अब एनडीए की सरकार उन पर कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्णियाँ के विधायक विजय कुमार खेमका जमीन से जुड़े हुए हैं, वे हमेशा हमारी सहायता के लिए खड़े रहते हैं। इसलिए हम सबने मिलकर उन्हें जिताया है। हम उनकी जीत से बेहद खुश हैं। इस तरह के विधायक हमें फिर से नहीं मिल सकते। अबकी बार भी उन्होंने जो वादा किया था, उसे पूरा करेंगे।
महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमारे लिए वे विधायक नहीं, बल्कि एक बड़े भाई की तरह हैं, जो हमेशा हमारी मदद करते हैं।