क्या बिहार चुनाव में राजद का पिंडदान करेगी जनता?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव में जनता का पिंडदान होगा।
- राजद के पास कोई ठोस योजना नहीं है।
- प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्पष्ट दृष्टिकोण है।
- विपक्ष की रणनीति पर सवाल उठाए गए हैं।
- NDA सरकार पर तेजस्वी यादव का आरोप।
पटना, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने राजद नेता तेजस्वी यादव के उस विवादास्पद बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके दबाव के चलते बिहार सरकार विभिन्न योजनाओं को लागू कर रही है। मंत्री केदार प्रसाद ने स्पष्ट किया कि राजद के पास कोई ठोस योजना या दृष्टिकोण नहीं है और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जनता उन्हें पिंडदान करेगी।
मंत्री केदार प्रसाद ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "बिहार विधानसभा चुनाव में जनता राजद का पिंडदान करेगी। यदि उनके पास कोई अच्छे विचार होते, तो 2005 से पहले उनके माता-पिता सत्ता में थे। उस समय उनके नेताओं ने क्या किया? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक स्पष्ट दृष्टिकोण है। वे बिहार को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और जो भी अधूरा कार्य था, उसे पूरा कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "विपक्ष केवल दिखावा करता है, उनका मन में एक बात और हाथ में दूसरी बात होती है। वे एक वर्ग को खुश करने के लिए सनातन को अपमानित करते हैं और जनता इसका जवाब वोट के जरिए देगी।"
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू यादव मंगलवार को गयाजी पहुंचे और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया से कहा कि उनके पिताजी ने पिंडदान और तर्पण किया है। उन्होंने भगवान विष्णु से प्रार्थना की कि वह बिहार के लोगों पर कृपा करें और राज्य को प्रगति की राह पर ले जाएं।
इस दौरान उन्होंने NDA सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि हमारे कार्यकर्ता 'माई बहिन मान योजना' का फॉर्म भर रहे हैं, जबकि सरकार के लोग उन्हें धमका रहे हैं। आज इस योजना के दबाव में सरकार को 10 हजार रुपए बांटने पड़ रहे हैं और कई योजनाओं की घोषणाएँ करनी पड़ी हैं।