क्या बिहार के नालंदा के हरनौत थाने में दरोगा ने आत्महत्या की? राजद ने उठाए सवाल और जांच की मांग

सारांश
Key Takeaways
- राम पुकार प्रसाद की आत्महत्या ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
- राजद ने नीतीश कुमार सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
- स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों में भारी आक्रोश है।
- मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।
- ईमानदार पुलिसकर्मियों के लिए एक सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करना आवश्यक है।
पटना, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के नालंदा जिले के हरनौत थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर राम पुकार प्रसाद की आत्महत्या ने राज्य में कानून-व्यवस्था और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने इस घटना के लिए नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला किया है।
उन्होंने इसे मानसिक प्रताड़ना और भ्रष्टाचार का परिणाम बताते हुए पूरे मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
शक्ति यादव ने कहा कि राम पुकार प्रसाद को पिछले एक सप्ताह से लगातार मानसिक प्रताड़ना का शिकार बनाया गया। उन्हें जमीन पर बैठाकर अपमानित किया गया, उनकी वर्दी उतरवाई गई और उन पर मिथ्या आरोप लगाए गए।
शक्ति यादव ने कहा, "जब कोई सबूत नहीं मिला तो मानसिक प्रताड़ना शुरू की गई, जिसके चलते राम पुकार ने थाने के अंदर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से आत्महत्या कर ली। यह कोई साधारण घटना नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि बिहार में ईमानदार और मेहनती पुलिसकर्मियों के लिए कोई जगह नहीं बची।"
उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा और उनके गृह निर्वाचन क्षेत्र हरनौत में हुई इस घटना को शर्मनाक बताया। यादव ने कहा, "क्या इस राज्य में केवल वही सुरक्षित है, जो भ्रष्टाचार में लिप्त हो और सत्ता प्रतिष्ठान के इशारों पर काम करे? मेहनती और ईमानदार लोगों को मरने पर मजबूर किया जा रहा है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के संरक्षण में भ्रष्ट लोग फल-फूल रहे हैं, जबकि मेहनतकश लोग हाशिए पर हैं। इस मामले में उच्च पदस्थ अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, "जो लोग मानसिक प्रताड़ना देकर किसी को आत्महत्या के लिए मजबूर करते हैं, वे हत्या के दोषी हैं। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।"
शक्ति यादव ने यह भी कहा कि हरनौत में इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों में भारी आक्रोश है। पुलिस बल के भीतर भी इस मामले को लेकर गहरी नाराजगी देखी जा रही है।