क्या बिहार के बाद पूरे देश में 'एसआईआर' लागू होगा? छत्तीसगढ़ में हुई शुरूआत: टीएस सिंह देव

सारांश
Key Takeaways
- बिहार के बाद देश में एसआईआर लागू करने की योजना है।
- छत्तीसगढ़ में इसकी शुरुआत हो चुकी है।
- टीएस सिंह देव ने बीएलए के नाम मांगने की पुष्टि की है।
- यह योजना चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में मदद करेगी।
- अमेरिका में दवाइयों पर लगाए गए टैरिफ का असर वहां के नागरिकों पर पड़ेगा।
नई दिल्ली, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के बाद अब पूरे देश में एसआईआर लागू करने की तैयारी चल रही है। छत्तीसगढ़ में इसकी शुरुआत हो गई है। यह जानकारी छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने दी। उन्होंने बताया कि बीएलए के नाम मांगे जा रहे हैं।
टीएस सिंह देव ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "अब तक जो जानकारी हमें मिली है, उसमें राजनीतिक दलों से बीएलए के नाम मांगे गए हैं। पिछले चुनाव की वोटर लिस्ट भी उपलब्ध कराई गई है। नए नाम जोड़े गए हैं। ये नाम कहां से आ रहे हैं, यह सब देखना पड़ेगा।"
उन्होंने कहा कि बीएलए की अंतिम तिथि 23-24 सितंबर तक रखी गई थी, लेकिन अब उसे बढ़ा दिया गया है। किस वोटर लिस्ट के बाद किसका नाम जोड़ा गया है, इसकी जांच की जाएगी। दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना पर टीएस सिंह देव ने कहा कि इससे बिहार चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। आचार संहिता लागू नहीं हुई है, तो इससे आप बच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि लोग अब जानने समझने लगे हैं। मान लीजिए राशन कार्ड है, उसमें आपको अनाज मिलना है। किसी भी सरकार में वह स्कीम चालू हुई होगी, वह बंद नहीं हो रही। लोग धीरे-धीरे इसका मतलब समझने लगे हैं। सरकार कोई भी आए, योजना का लाभ मिलेगा।
अमेरिका की ओर से दवाइयों के आयात पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने पर पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले तो अमेरिका के नागरिकों पर इसका असर पड़ेगा। उन्हीं को दवाई महंगी मिलेगी।
उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप पर तो मैं कुछ ना कहूं तो बेहतर है। वह अलग ही किस्म की सोच वाले इंसान हैं। यह भी प्रजातंत्र का एक पहलू है कि ऐसी विचारधारा और कामकाज वाले लोग भी अमेरिका जैसे देश के राष्ट्रपति चुन लिए जाते हैं। जितना जल्दी इनका कार्यकाल खत्म हो, उतना दुनिया के लिए अच्छा है।