क्या बिहार के मोतिहारी में पकड़े गए पांच संदिग्ध विदेशी नागरिकों का क्या मकसद था?

सारांश
Key Takeaways
- पांच संदिग्ध विदेशी नागरिकों को मोतिहारी में गिरफ्तार किया गया।
- वे नेपाल के रास्ते बिहार पहुंचे थे।
- उनके पास उर्दू में लिखे दस्तावेज मिले हैं।
- पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
- सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता आवश्यक है।
मोतिहारी, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन क्षेत्र में पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने मिलकर पांच संदिग्ध विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इनकी पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि ये विदेशी नागरिक नेपाल के रास्ते बिहार आए थे।
शनिवार की रात एसएसबी को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध विदेशी पटना जाने की योजना बना रहे हैं और एक गांव से निकल चुके हैं।
एसएसबी के अधिकारियों ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एसएसबी और पुलिस की एक संयुक्त टीम घोड़ासहन बस स्टैंड पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान सभी चार संदिग्धों को एक यात्री बस से हिरासत में लिया गया, जबकि एक व्यक्ति बाद में पकड़ा गया।
सभी संदिग्ध अंधेरे में एक यात्री बस में मौजूद थे। पकड़े गए व्यक्तियों में चार सूडानी और एक बोलिवियाउर्दू में लिखे नोट्स, कुछ पुस्तकें और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
मोतिहारी पुलिस ने इस मामले की जानकारी मुख्यालय को दे दी है। पुलिस टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए लोगों की उम्र 30 से 40 वर्ष के बीच है।
पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान सूडान निवासी अब्दुल फितह (44), रमा सिद्दीकी (38), अली अब्दुल गफ्फार (27), अहमद डफआला (37) और बोलिविया निवासी मिगुएल सोलानो चावेज के रूप में हुई है।
पूछताछ के दौरान सूडानी नागरिकों ने पढ़ाई करने का दावा किया है, लेकिन सभी ने नेपाल के रास्ते बिहार आने के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। इनसे आईबी के अधिकारियों द्वारा भी पूछताछ की गई है।