क्या देहरादून में 'नमो युवा रन' का आयोजन युवाओं को प्रेरित करेगा?

सारांश
Key Takeaways
- युवाओं को प्रेरित करना
- स्वास्थ्य और अनुशासन का महत्व
- नशा मुक्त जीवन की ओर अग्रसर
- राष्ट्रभक्ति की भावना को बढ़ावा देना
- प्रधानमंत्री के फिट इंडिया मूवमेंट का समर्थन
देहरादून, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में 'सेवा पखवाड़ा' कार्यक्रम के तहत आयोजित 'नमो युवा रन' का फ्लैग ऑफ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रतिभागियों के साथ दौड़ में भाग लेकर युवाओं का उत्साहवर्धन किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 'नमो युवा रन' केवल एक खेल आयोजन नहीं है, बल्कि यह युवाओं में ऊर्जा, स्वास्थ्य, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन प्रधानमंत्री के 'फिट इंडिया मूवमेंट' को नई गति और व्यापक जनभागीदारी प्रदान करते हैं।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित युवाओं से कहा कि वे स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली अपनाकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से देशभर में सेवा, समर्पण और जन कल्याण की भावना को नई गति मिल रही है और 'सेवा पखवाड़ा' के माध्यम से समाज के हर वर्ग को सकारात्मक योगदान देने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों से युवाओं की ऊर्जा राष्ट्रहित में और अधिक सार्थक होती है।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट और नरेश बंसल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और खजान दास समेत भाजपा के कई नेता मौजूद रहे।
भाजपा की प्रदेश महामंत्री दीप्ति रावत भारद्वाज ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि 'सेवा पखवाड़े' के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसका उद्देश्य युवाओं को नशा मुक्ति और स्वदेशी उत्पादों के उपयोग के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि पूरे देशभर में मैराथन का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2 नवंबर को प्रस्तावित आदि कैलाश परिक्रमा रन (अल्ट्रा मैराथन) प्रोमो रन का मुख्यमंत्री आवास से फ्लैग ऑफ और लोगो का अनावरण किया।
राज्य स्थापना के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 2 नवंबर को गूंजी गांव से आदि कैलाश मैराथन का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साहसिक और शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने, युवाओं को स्वस्थ जीवन के लिए प्रोत्साहित करने और नशा मुक्त उत्तराखंड के संकल्प को पूर्ण करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। यह अल्ट्रा मैराथन 10,300 से 15,000 फीट ऊंचाई पर होगी।