क्या बिहार की जनता ने नीतीश कुमार के विकास को ऐतिहासिक जनादेश दिया है?
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास कार्य हो रहे हैं।
- बिहार की जनता ने जंगलराज को नकारा है।
- एनडीए ने 202 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की।
- किसानों और युवाओं का समर्थन किया जा रहा है।
- बदलाव की आवश्यकता को लोगों ने स्वीकार किया।
गयाजी, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की अतरी विधानसभा क्षेत्र से 25,777 वोट से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे नव-निर्वाचित विधायक रोमित कुमार ने कहा कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर विश्वास जताते हुए विकास को चुना है और जंगलराज को नकार दिया है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में रोमित कुमार ने कहा कि सबसे पहले मैं बिहार और अतरी की जनता का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने जंगलराज को वापस नहीं आने दिया। नीतीश कुमार का शासन पिछले 20 वर्षों से चल रहा है, जिसमें महिलाओं को सशक्त बनाया गया, किसानों का समर्थन किया गया और युवाओं के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की गईं। इसी का परिणाम है कि बिहार और अतरी की जनता ने एक बार फिर साथ दिया।
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि एनडीए गठबंधन प्रचंड बहुमत के साथ फिर सत्ता में आया है। विकास के कार्य आगे भी निरंतर जारी रहेंगे।
रोमित कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव ने हर घर सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। पहले भी वे लैंड फॉर जॉब मामले में फंसे हैं। उनकी योजना थी एक नौकरी का वादा करो, बदले में जमीन ले लो। बिहार की जनता ने ऐसे वादों को नकार दिया। बिहार जंगलराज के किसी भी प्रतीक को स्वीकार नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रगति और विकास ही बिहार का मुद्दा है। जो बिहार के सम्मान की बात करेगा, वही बिहार को चलाएगा।
अतरी विधानसभा को लेकर नव-निवाचित विधायक ने कहा कि यहां एक ही परिवार का 20 साल से शासन था। लोगों ने बदलाव का मन बना लिया था। मैं जब अतरी घूम रहा था, तो परिवारों का साथ मिला। यह जीतनराम मांझी का गृह क्षेत्र रहा है, मुझे इसका लाभ मिला। उनके नेतृत्व में अतरी विधानसभा का भी विकास होगा।
बिहार चुनाव में एनडीए ने 202 सीट जीतकर सत्ता की कुर्सी फिर से हासिल कर ली है। भाजपा ने सर्वाधिक 89 सीट जीतकर प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बनी तो वहीं जदयू 85 सीट जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी।