क्या बिहार की कृषि विभाग की महिला अधिकारी लापता हुईं थीं?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस की भूमिका: पटना पुलिस ने 24 घंटे के भीतर महिला अधिकारी को ढूंढ निकाला।
- अफवाहों का खंडन: पुलिस ने कहा कि अर्यमा दीप्ति का अपहरण नहीं हुआ था।
- सच्चाई: वे अपने दोस्त के जन्मदिन पर सरप्राइज देने गई थीं।
- तकनीकी जांच: मोबाइल फोन की बैटरी खत्म होने के कारण वे संपर्क में नहीं थीं।
- परिवार की चिंता: शादी के बाद उनकी लापता होने की खबर ने परिवार को चिंतित किया।
पटना, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना के अथमल गोला प्रखंड में तैनात कृषि विभाग की अधिकारी अर्यमा दीप्ति को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ढूंढ निकाला। पुलिस का कहना है कि वे न तो लापता हुई थीं और न ही उनका किसी ने अपहरण किया था। पुलिस के इस खुलासे के साथ ही उन अफवाहों पर भी विराम लग गया, जो कह रही थीं कि वे अपने प्रेमी के साथ चली गई हैं।
असल में, यह मामला बख्तियारपुर के अथमलगोला प्रखंड में तैनात कृषि विभाग की अधिकारी अर्यमा दीप्ति से संबंधित है। वे शुक्रवार शाम अचानक लापता हो गईं। इस सिलसिले में उनके पति शुभम कुमार ने बख्तियारपुर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उनके अनुसार, वे उस दिन अपनी पत्नी को ऑफिस छोड़ने गए थे। किसी प्रकार का झगड़ा नहीं हुआ और न ही असामान्य बातचीत हुई। दोपहर तक संपर्क बना रहा, लेकिन शाम तक उनका मोबाइल फोन बंद हो गया।
शादी के केवल 23 दिन बाद उनकी लापता होने की खबर ने परिवार को परेशान कर दिया। इस बीच, बाढ़ के अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने इन सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए खुलासा किया कि महिला अधिकारी ने बताया कि वे किसी दबाव, डर या जबरदस्ती से कहीं नहीं गई थीं। असल में, उनकी करीबी दोस्त अंजलि कुमारी उर्फ गोल्डी का जन्मदिन था, जो सारण जिले के मशरक की रहने वाली हैं। वह अपनी दोस्त को सरप्राइज देने के लिए बिना किसी को बताए वहां गई थीं।
पुलिस के अनुसार, मोबाइल फोन बंद होने का कारण बहुत साधारण था। उनके फोन की बैटरी खत्म हो गई थी। इसी वजह से वे अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पाईं। पुलिस ने बताया कि महिला अधिकारी के बयान से अपहरण और प्रेमी के साथ जाने की बात सामने नहीं आई है।
उन्होंने आगे कहा कि पूरा मामला तकनीकी और मानव खुफिया के आधार पर जांचा गया, और जो तथ्य सामने आए हैं वे पूरी तरह से सामान्य हैं। पुलिस नियम-सम्मत आगे की कार्रवाई कर रही है।