क्या औंटा-सिमरिया पुल का इंतजार खत्म हुआ? पीएम मोदी ने इसे जनता को समर्पित किया : मंगल पांडेय

सारांश
Key Takeaways
- औंटा-सिमरिया पुल का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया।
- इस पुल की लंबाई १.८६५ किलोमीटर है।
- इस परियोजना पर लगभग १,८७१ करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
- यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन को सुगम करेगा।
- विपक्ष ने उद्घाटन पर कटाक्ष किया।
पटना, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बेगूसराय में गंगा नदी पर निर्मित औंटा-सिमरिया पुल को जनता को समर्पित किया। इस पुल के उद्घाटन के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने तंज कसा है। इसी बीच, बिहार के मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि जिन लोगों को राज्य के विकास से गुस्सा आएगा और चिढ़ होगी, वे ऐसा ही बयान देंगे।
मंत्री मंगल पांडेय ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज बेगूसराय, खगड़िया और मुंगेर के लोगों को या यूं कहिए कि पूरे उत्तर बिहार की जनता को वर्षों से इस पुल का इंतजार था। इस पुल के उद्घाटन से उस क्षेत्र के लोगों में अपार खुशी है।
उन्होंने आगे कहा कि जहां के लोगों को जिस पुल का इंतजार था, पीएम मोदी ने उसे समर्पित किया है, इसलिए विपक्ष को उस पर गुस्सा आना स्वाभाविक है। जो लोग ऐसा बोल रहे हैं, यह उसी का प्रतीक है।
दरअसल, तेजस्वी यादव ने इस पुल के उद्घाटन के बाद तंज कसते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जनहित में प्रधानमंत्री मोदी से मेरी अपील है कि केवल पुल का चार बार रिबन न काटें, बल्कि एक बड़ा वैधानिक चेतावनी बोर्ड पुल के दोनों तरफ लगवाएं, जिस पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हो कि 'इस पुल का प्रयोग हर इंसान अपने जोखिम पर करे क्योंकि हमारी एनडीए सरकार का पुल गिरने का विश्व रिकॉर्ड है और हमारी सरकार में पुल निर्माण में अरबों करोड़ का कितना भ्रष्टाचार होता है, ये बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है। ऐसे में कल को ये पुल भी गिर सकता है, कृपया अपनी जिम्मेदारी पर पुल पार करें।'"
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी शुक्रवार को एक दिवसीय बिहार दौरे के क्रम में बेगूसराय के सिमरिया पहुंचे और औंटा-सिमरिया पुल को जनता को समर्पित किया था। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित थे।
बताया गया कि गंगा नदी पर बने औंटा-सिमरिया छह लेन ब्रिज के शुरू होने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा। यह पुल मोकामा के औंटा और बेगूसराय के सिमरिया को जोड़ता है। इसकी लंबाई १.८६५ किलोमीटर है, जबकि पहुंच पथ को मिलाकर परियोजना की कुल लंबाई ८.१५० किलोमीटर है। इस परियोजना पर लगभग १,८७१ करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।