क्या बिहार में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार भारी बहुमत से बनने जा रही है?: ब्रजेश पाठक
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा के नेतृत्व में एनडीए सरकार का गठन संभावित है।
- प्रधानमंत्री मोदी की योजनाएं जनता का विश्वास जीत रही हैं।
- कांग्रेस अपनी विफलताओं को छिपाने का प्रयास कर रही है।
- बिहार के लोग राजद की नीतियों से परिचित हैं।
- गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं आवश्यक हैं।
पटना, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बिहार में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का गठन होगा।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मैं यह सुनिश्चित कर सकता हूं कि राज्य में एनडीए सरकार भारी बहुमत से बनेगी। प्रधानमंत्री मोदी की कल्याणकारी योजनाओं ने जनता का विश्वास जीत लिया है। बिहार की महिलाएं और बेटियां तथा समाज का हर वर्ग मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एकजुट है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आप जानते हैं कि भारत का चुनाव आयोग देश की स्वतंत्रता के बाद से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराता आ रहा है। ऐसा कोई समय नहीं आया जब चुनाव आयोग पर आरोप लगे हों। लेकिन, जब से कांग्रेस पार्टी चुनाव हारने लगी है, तब से वह अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए लगातार देश की संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठा रही है। वह अपनी हार का ठीकरा भारत के चुनाव आयोग पर फोड़ने का प्रयास कर रही है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के वोट चोरी वाले बयान पर यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी के पास कहने के लिए कुछ खास नहीं है। वह केवल अपनी इज्जत बचाने की कोशिश कर रहे हैं। कल उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस फर्जी दावों पर आधारित थी। आज हरियाणा की कई बेटियों ने कहा है कि उन्हें कांग्रेस को वोट देने का पछतावा है। राहुल और उनकी पार्टी जनता के बीच अपनी प्रासंगिकता पूरी तरह खो चुके हैं। हरियाणा में चुनाव आते हैं तो वह जलेबी बनाने लगते हैं, बिहार में चुनाव आते हैं तो मछली पकड़ने लगते हैं।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बिहार के लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि राजद के लोग सत्ता के लिए अपने परिवार को भी छोड़ने से नहीं हिचकिचाएंगे। भाजपा और मोदी के लिए राष्ट्र महत्वपूर्ण है। गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं देश के वंचितों के लिए आवश्यक हैं।