क्या बिहार में राजद के कार्यकाल में कई घोटाले हुए थे? : सतीश चंद्र दुबे

सारांश
Key Takeaways
- राजद के कार्यकाल में कई घोटाले हुए हैं।
- बिहार की जनता विकास चाहती है।
- एनडीए का गठबंधन मजबूत है।
- सतीश चंद्र दुबे ने राजद पर गंभीर आरोप लगाए।
- आतंकवाद के खिलाफ भाजपा की सख्त नीति है।
नई दिल्ली, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने सोमवार को बिहार में कानून-व्यवस्था पर विपक्षी राजद द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राजद के कार्यकाल के दौरान अनेक घोटाले सामने आए हैं।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "एक लुटेरा दूसरे को उसी नजरिए से देखता है।" उन्होंने घोटालों का जिक्र करते हुए बताया कि राजद के शासनकाल में चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, और दवा घोटाला हुए। लालू यादव, जो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, ने रेल मंत्री के रूप में कार्य करते समय नौकरी के बदले में जमीन ली, जिसकी जांच अभी जारी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास हर मुद्दे पर सरकार को घेरने के अलावा और कोई काम नहीं है।
जब उनसे पूछा गया कि एनडीए का गठबंधन कितना मजबूत है, तो उन्होंने जवाब दिया कि बिहार की जनता दोबारा से "जंगलराज नहीं, विकास राज" चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के किसी भी कोने से लोग चार घंटे के भीतर पटना पहुंच सकते हैं। पहले ऐसा था कि लोग रात के 12 बजे भी रेलवे स्टेशन से अपने घर लौटते समय सुरक्षित महसूस नहीं करते थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है।
ईरान के समर्थन में सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र पर उन्होंने कहा कि इस मामले में निर्णय प्रधानमंत्री का है। भारत हमेशा सूझबूझ से काम करता है, और आगे भी करेगा।
पहलगाम घटना में आतंकियों को समर्थन देने के मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कभी आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया है और आगे भी नहीं करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद को कभी बढ़ावा नहीं दिया है और आतंकवाद फैलाने वालों को कभी नहीं छोड़ा है। जांच की प्रक्रियाएं होती हैं, और किसी को पकडऩे से पहले मामले की जड़ तक जाना आवश्यक है।