क्या बिहार में कमरे में अंगीठी जलाना महंगा पड़ गया? चार लोगों की मौत
सारांश
Key Takeaways
- अंगीठी का उपयोग सावधानी से करें।
- बंद कमरे में अंगीठी जलाना खतरनाक हो सकता है।
- ठंड के मौसम में सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
- परिवार के सभी सदस्यों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
- आपातकालीन स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
छपरा, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के सारण जिले के भगवान बाजार थाना क्षेत्र में एक परिवार के सदस्यों को ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोना महंगा साबित हुआ। अंगीठी के धुएं से दम घुटने से चार लोगों की जान चली गई।
पुलिस के अनुसार, यह दुखद घटना अंबिका भवानी कॉलोनी, भारत मिलाप चौक के निकट हुई। ठंड से बचने के लिए घर के अंदर जलायी गई अंगीठी से निकले विषैले धुएं ने एक ही परिवार के चार सदस्यों की जान ले ली, जबकि पांच अन्य गंभीर स्थिति में हैं। मृतकों में एक वृद्ध महिला और तीन छोटे बच्चे शामिल हैं।
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, परिवार के सदस्य रात के समय ठंड बढ़ने पर कमरे में अंगीठी जलाकर सो गए थे। बंद कमरे में अंगीठी का धुआं फैलने से गैस इकट्ठा हो गई, जिससे सभी बेहोश हो गए। उन्होंने बताया कि इस घटना की जानकारी किसी को नहीं हो पायी। शनिवार सुबह जब अन्य लोगों ने कमरे का दरवाजा खोला तो कुछ लोग अचेत अवस्था में मिले, जबकि चार की मौत हो चुकी थी।
मृतकों में कमलावती देवी (70), तेजांश (3), मासूम अध्या, और नौ महीने की गुड़िया शामिल हैं।
भगवान बाजार थाना के पुलिस अधिकारी एसके सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई और शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। इस घटना में पांच अन्य लोग बेहोश पाए गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें अन्य स्थानों के लिए रेफर किया गया है।
उन्होंने कहा कि पहले दृष्टि में मौत का कारण अंगीठी से उठे धुएं से दम घुटना ही प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारण का पता चलेगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।