क्या बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई कार्रवाई से अभियंता प्रमोद कुमार की संपत्ति उजागर होगी?

Click to start listening
क्या बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई कार्रवाई से अभियंता प्रमोद कुमार की संपत्ति उजागर होगी?

सारांश

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ ईओयू की कार्रवाई ने शिक्षा विभाग के अभियंता प्रमोद कुमार को निशाने पर लिया है। क्या उनके पास मौजूद संपत्ति की जांच से कुछ नया सामने आएगा? जानिए इस मामले में क्या हैं नए खुलासे।

Key Takeaways

  • ईओयू ने प्रमोद कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई की।
  • प्रमोद कुमार की संपत्ति आय से तीन गुना अधिक पाई गई।
  • कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और संपत्ति जब्त की गई।

पटना, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के सहरसा में कार्यरत शिक्षा विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार के दानापुर स्थित निवास पर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने गुरुवार को छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से लगभग 300 प्रतिशत अधिक संपत्ति रखने के आरोप में की गई। टीम ने उनके दानापुर आवास की गहन जांच की।

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार बढ़ती कार्रवाई के तहत ईओयू ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम (बीएसईआईडीसी) में कार्यरत प्रमोद कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है।

ईओयू की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि प्रमोद कुमार की संपत्ति उनकी ज्ञात आय से लगभग 309 प्रतिशत अधिक है। इस आधार पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई।

ईओयू के डीएसपी सी.पी. यादव ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रमोद कुमार के पास आय से तीन गुना अधिक संपत्ति का मामला उजागर हुआ है। छापेमारी के दौरान दो लाख रुपए नकद और विभिन्न भूमि संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। ईओयू की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है और आय के ज्ञात स्रोतों की तुलना कर रही है।

उन्होंने कहा कि यदि अभियंता के खिलाफ आरोप प्रमाणित होते हैं, तो आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, प्रमोद कुमार की संपत्ति को लेकर संदेह था कि उन्होंने अपनी वैध आय से कहीं अधिक संपत्ति इकट्ठा की है। इसी संदेह के आधार पर पटना, सहरसा और सीतामढ़ी में उनके घरों और व्यावसायिक परिसरों पर एक साथ छापेमारी की गई।

इस कार्रवाई में ईओयू के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तकनीकी विशेषज्ञ और सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण दस्तावेज, भूमि-जायदाद के कागजात, बैंक खातों की जानकारी, निवेश से संबंधित रिकॉर्ड और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं। इन सभी का फॉरेंसिक विश्लेषण किया जाएगा ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह संपत्ति प्रमोद कुमार ने अकेले या किसी अन्य के साथ मिलकर बनाई है।

Point of View

तो यह नागरिकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है कि कानून के हाथ लंबे हैं और भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाएगा।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

ईओयू ने प्रमोद कुमार के खिलाफ क्या कार्रवाई की?
ईओयू ने प्रमोद कुमार के दानापुर आवास पर छापेमारी की और उनके पास से बड़ी मात्रा में संपत्ति और दस्तावेज जब्त किए।
प्रमोद कुमार के पास कितनी संपत्ति है?
प्रारंभिक जांच में प्रमोद कुमार की संपत्ति उनकी ज्ञात आय से लगभग 309 प्रतिशत अधिक पाई गई।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम क्या है?
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम भारत में भ्रष्टाचार से संबंधित गतिविधियों को रोकने और दंडित करने के लिए लागू किया गया कानून है।
Nation Press