क्या बिहार में अपराधी बेकाबू हैं, नीतीश कुमार अचेत हैं?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में अपराध का बढ़ता ग्राफ
- नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल
- तेजस्वी यादव का हमला
- सुरक्षा व्यवस्था के मुद्दे
- बिहार में पलायन की समस्या
पटना, 5 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख तेजस्वी यादव ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कठोर शब्दों में घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में हैं और बिहार में अपराधियों का आतंक बढ़ चुका है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में हर दिन व्यापारियों की सरेआम हत्या की जा रही है। इस अपराधी माहौल के कारण बिहार के लोग दहशत में हैं और पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं।
राजद नेता ने शनिवार को उद्योगपति गोपाल खेमका के घर जाकर उनके परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की। इसके बाद राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए इसे नीतीश सरकार में ‘महा जंगल राज’ बताया।
उन्होंने कहा, "बिहार में महा जंगल राज का युग आ गया है। उद्योगपति खेमका की हत्या से हम बहुत दुखी हैं। कुछ साल पहले इसी एनडीए शासन में उनके बेटे की भी हत्या हो गई थी, तब हमने कैंडल मार्च निकाला था। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार में अपराधी बेखौफ हो गए हैं, जबकि हमारे मुख्यमंत्री अचेत हैं। भाजपा ने बिहार में जंगलराज स्थापित कर दिया है। सभी लोग बिहार छोड़कर जा रहे हैं।"
तेजस्वी ने नीतीश सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिस स्थान पर उद्योगपति की हत्या हुई, वह स्थान थाने से चंद कदम की दूरी पर है। हर महीने बिहार में सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है, लेकिन इसे जंगलराज नहीं माना जा सकता है।
उन्होंने सिवान में छह लोगों की हत्या का जिक्र करते हुए प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि सिवान में छह लोगों को गोली मारी जाती है, जिसमें तीन की मौके पर ही मौत हो जाती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचेत अवस्था में हैं और उनके नेतृत्व में पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।
तेजस्वी ने दावा किया कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को 20 वर्ष बर्दाश्त किया है, अब लोग उन्हें और बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि साल 2025 का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री का आखिरी चुनाव होगा।