क्या हिजाब वीडियो पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नीतीश कुमार के प्रति यह व्यवहार उचित था?
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार का हिजाब वीडियो पर विवादित बयान।
- राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का पिता-बेटी का दृष्टिकोण।
- विपक्ष की नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग।
- महिला डॉक्टर के प्रति मुख्यमंत्री का व्यवहार।
- राजनीति में व्यक्तिगत रिश्तों का महत्व।
पटना, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक महिला का हिजाब हटाने के वायरल वीडियो पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि इसे विवादित बनाना बिल्कुल गलत है।
पटना में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बचाव नहीं कर रहा, लेकिन यह दुखद है कि इसे विवाद में बदला जा रहा है। पिता-बेटी का रिश्ता विवादित कैसे हो सकता है? ऐसा नहीं होना चाहिए, यह गलत है। वह एक बेटी की तरह हैं।
आरिफ मोहम्मद खान ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने महिला डॉक्टर के साथ बेटी की तरह का व्यवहार किया है। इसलिए इसे बेवजह विवाद का रूप नहीं देना चाहिए। डॉक्टर को अपनी नौकरी पर आना चाहिए और ड्यूटी ज्वाइन करनी चाहिए।
केंद्रीय राज्यमंत्री राज भूषण चौधरी ने कहा कि इसे बेवजह मुद्दा बनाया जा रहा है। यह गलत मानसिकता है। नीतीश कुमार की सोच थी कि कैमरे में फोटो ठीक आए और पहचान स्पष्ट हो। फोटोग्राफी के लिहाज से ऐसा किया गया। ऐसी बातें नहीं उठनी चाहिए।
विपक्ष की ओर से सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग पर राज भूषण चौधरी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को प्रगति के पथ पर ले जा रहे हैं। उनके इरादे को समझना चाहिए। इसे गलत तरीके से पेश नहीं किया जाना चाहिए।
हिजाब मामले में जहां सत्तापक्ष नीतीश कुमार का बचाव कर रहा है, वहीं विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग कर रहा है।
राजद नेता गौतम कृष्णा ने कहा कि यह कोई बहस नहीं है। मैं राष्ट्रपति से नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति की जांच करने के लिए कह रहा हूं। उन्हें एक मेडिकल टीम बनानी चाहिए। माताओं और बहनों का अपमान, संसद में अपमान, सड़क पर अपमान, आपके पास हजारों सबूत हैं। हमारे लिए ऐसे गैर जिम्मेदार मुख्यमंत्री को बर्दाश्त करना बहुत मुश्किल है।