क्या बिहार की जनता को प्रधानमंत्री मोदी के जीवन संघर्ष से अवगत कराया जाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को मनाया जाएगा।
- ‘सेवा पखवाड़ा’ के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- बिहार की जनता को मोदी के जीवन संघर्ष से अवगत कराया जाएगा।
- मोदी ने गरीबी और चुनौतियों को पार करते हुए सफलता प्राप्त की है।
- भाजपा का लक्ष्य देश से गरीबी समाप्त करना है।
पटना, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंगलवार को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन इस वर्ष ‘सेवा पखवाड़े’ के रूप में मनाया जाएगा।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री का जन्मदिन है। इस दिन कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर ‘चलो जीते हैं रथ’ कार्यक्रम का भी आयोजन होगा, जिसके तहत हम बिहार की जनता को प्रधानमंत्री मोदी के जीवन की यात्रा को पर्दे पर दिखाने का प्रयास करेंगे। बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को प्रधानमंत्री के जीवन से परिचित कराया जाएगा और बताया जाएगा कि उन्होंने कैसे इस मुकाम तक पहुँचने का सफर तय किया।
उन्होंने आगे कहा कि हम इस विशेष अवसर पर बिहार के लोगों को बताएंगे कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए यहां तक का सफर तय किया। उनका पूरा बचपन एक गरीब परिवार में बीता और युवावस्था में भी उन्हें कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन, उन्होंने इन सभी चुनौतियों को पार करते हुए जो उपलब्धियाँ हासिल की हैं, वे देश के हर नागरिक को प्रेरित करती हैं।
दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमें जीने का एक नया तरीका सिखाया है। हम उनके जन्मदिन पर बिहार के लोगों को यह बात बताएंगे कि वे आज के समय में देशवासियों के लिए एक प्रेरणा के स्रोत हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हम इस देश से गरीबी को पूरी तरह समाप्त करें। कांग्रेस अपने कार्यकाल में आज तक गरीबी खत्म नहीं कर पाई और न ही गरीबों के हित में कोई ठोस कदम उठाया, जबकि हम इस देश के गरीबों के उत्थान के लिए समर्पित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 11 वर्षों से देश के अंतिम पंक्ति के लोगों तक विकास पहुँचाने का कार्य किया है।