क्या बिहार में मोहर्रम का ताजिया जुलूस राबड़ी आवास पहुंचा?

सारांश
Key Takeaways
- मोहर्रम का जुलूस हर साल धूमधाम से मनाया जाता है।
- राबड़ी देवी के आवास पर ताजिया की पूजा की जाती है।
- लालू यादव ने हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानियों को याद किया।
- सांप्रदायिक सौहार्द का अद्भुत नजारा देखने को मिला।
- बिहार में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
पटना, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में रविवार को धूमधाम और परंपरागत तरीके से मोहर्रम का उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर राजधानी पटना में भी ताजिया जुलूस निकाला गया। यह ताजिया जुलूस पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी पहुंचा, जहां सांप्रदायिक सौहार्द का अद्भुत नजारा देखने को मिला। यहां मौजूद लोगों में जबरदस्त उत्साह था और बड़ी संख्या में लोग ताजिया जुलूस देखने के लिए पहुंचे थे।
मोहर्रम के इस अवसर पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया जुलूस के साथ राबड़ी देवी के आवास पहुंचे। जुलूस में शामिल लोग उत्साहित नजर आ रहे थे। कुछ युवक ताजिया को लेकर राबड़ी देवी के आवास के अंदर गए, जहां उन्होंने श्रद्धा के साथ ताजिया की पूजा की। इस धार्मिक आयोजन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव भी उपस्थित रहे।
लालू यादव ने हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानियों को याद करते हुए उनके आदर्शों को अपनाने की बात कही। इस मौके पर कुछ युवाओं ने करतब भी दिखाए। लालू यादव अपने आवास पर कुर्सी पर बैठकर अखाड़े के करतबों का आनंद लेते नजर आए। अखाड़ा दल ने लाठी चलाकर पारंपरिक युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया, जिसे देखकर लालू यादव ने उन्हें प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर लालू यादव की छोटी बेटी चंदा यादव भी ताजिया की पूजा करती नजर आईं। यह कोई पहला अवसर नहीं है कि मोहर्रम का जुलूस राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचा हो; हर साल ताजिया जुलूस यहां आता है और राबड़ी देवी ताजिया की पूजा करती हैं। पूजा-अर्चना के बाद जुलूस आगे के लिए रवाना हो गया।
यह उल्लेखनीय है कि बिहार में मोहर्रम धूमधाम से मनाया जा रहा है। मोहर्रम के आयोजन के लिए प्रदेश में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है।