क्या नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार चुनाव में एनडीए की जीत
- नीतीश कुमार का विधायक दल का नेता बनना
- धर्मेंद्र प्रधान का बधाई संदेश
- शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी
- जनता का समर्थन
पटना, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को अभूतपूर्व बहुमत प्राप्त हुआ है, जिसके पश्चात नई सरकार गठन की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। बुधवार को एनडीए के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता बनने पर बधाई दी।
धर्मेंद्र प्रधान ने सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से एनडीए विधायक दल का नेता चुनने पर उन्हें अनंत शुभकामनाएं।
उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में सुशासन, पारदर्शिता और जनकल्याण के नए मानक स्थापित हुए हैं। आगामी वर्षों में यह मजबूत नेतृत्व बिहार को समृद्धि, स्थिरता और सामाजिक न्याय की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा, और 'विकसित बिहार' के संकल्प को साकार करने में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने बिहार की जनता का अपार समर्थन और विश्वास के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
इससे पहले भाजपा और जदयू के विधायक दल की अलग-अलग बैठकें हुईं। भाजपा की बैठक में सम्राट चौधरी को नेता और विजय कुमार सिन्हा को उप नेता चुना गया, जबकि नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता बनाया गया।
पटना के गांधी मैदान में 20 नवंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह को लेकर व्यापक तैयारी चल रही है, जिसमें आम से लेकर खास लोगों के जुटने की संभावना को देखते हुए आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
एक दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को गांधी मैदान पहुंचकर नए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। इस समारोह का आयोजन गुरुवार को प्रस्तावित है।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मंच पर अतिथियों की बैठने की व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
ज्ञात रहे कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को कुल 202 सीटें प्राप्त हुई हैं। भाजपा ने 89 सीटों पर जीत हासिल की है। दूसरे नंबर पर नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) 85 सीटों के साथ है। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति (आर) ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की है, जो एनडीए में तीसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चार सीटों पर जीत मिली है।