क्या बिहार में सामाजिक और राजनीतिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश हो रही है?

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क्या बिहार में सामाजिक और राजनीतिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश हो रही है?

सारांश

बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना की तैयारी में जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जानिए कैसे वे आरोपों का जवाब देते हैं और बिहार में सच्चाई क्या है।

Key Takeaways

  • नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में सामाजिक और राजनीतिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश हो रही है।
  • राजद द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देने की कोशिश की गई है।
  • बिहार की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
  • चुनाव आयोग की जिम्मेदारी और कानून का राज बनाए रखने का भी उल्लेख किया गया।

पटना, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कल यानी शुक्रवार को मतगणना होने जा रही है। इसके पहले राजद द्वारा कई आरोप लगाए जा रहे हैं। इस बीच, जदयू के प्रमुख प्रवक्ता नीरज कुमार ने गुरुवार को फेसबुक लाइव पर कहा कि बिहार में सामाजिक, राजनीतिक सद्भाव को बिगाड़ने की एक बड़ी साजिश चल रही है।

उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम जो भी होंगे, वह तो ईवीएम में कैद हैं। उन्होंने राजद द्वारा सत्ता के प्रबंधन से 2020 का चुनाव जीतने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि 2020 के चुनाव में मटिहानी से एनडीए का उम्मीदवार 333 वोट, डिहरी में 464 वोट, कुड़नी में 712 वोट, और बखरी से 777 वोट से हार गए। उन्होंने सवाल उठाया कि तब प्रबंधन कर क्यों नहीं चुनाव जीताया गया?

उन्होंने कहा, "उस समय भी एनडीए की सरकार थी। जब हम कम वोट से जीते, तो प्रबंधन कर चुनाव जीत लिया? यह कैसे कुतर्क दिए जा रहे हैं?"

नीरज कुमार ने राजद के वज्र ग्रह के आरोपों को नकारते हुए कहा कि भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजद के उम्मीदवार और उनके प्रतिनिधि यह बता रहे हैं कि गड़बड़ी नहीं हुई है और तेजस्वी यादव खेल खेल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वे अपनी नाकामी का दोष दूसरों पर डालना चाहते हैं।

जदयू नेता ने कहा कि 2019 में हारे, 2020 में भी हारे और 2024 में भी हारने की संभावना है। लगातार हार की प्रक्रिया चल रही है। संकट आपके (तेजस्वी) नेतृत्व पर है, इसलिए आप अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव को सलाह दी कि सच को स्वीकार करना चाहिए। बिहार लोकतंत्र की जननी है।

उन्होंने कहा कि बिहार में कहीं पुनर्मतदान की मांग नहीं की गई। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के आरोप फैलाकर सनसनी मत फैलाएं। तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार से सीखने का सुझाव देते हुए कहा कि यदि हम चुनाव में हारते हैं, तो किसी पर दोष नहीं डालते। बिहार में कानून का राज है और यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी भी है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सभी दल अपनी हार के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। यह स्थिति बिहार की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर कर सकती है। सभी नेताओं को चाहिए कि वे अपने कार्यों और नीतियों पर ध्यान दें और आरोपों की बजाय समाधान खोजें।
NationPress
13/11/2025

Frequently Asked Questions

बिहार में चुनाव की स्थिति क्या है?
बिहार में विधानसभा चुनाव की मतगणना कल होने जा रही है, जिसके परिणामों पर सभी की नजरें हैं।
नीरज कुमार ने क्या आरोप लगाए?
नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में सामाजिक और राजनीतिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश चल रही है।
राजद और जदयू के बीच क्या विवाद है?
राजद द्वारा जदयू पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने 2020 के चुनाव में प्रबंधन से जीत हासिल की।