क्या बिहार में शांति और सुरक्षा के लिए एनडीए सरकार जरूरी है? - गिरिराज सिंह
                                सारांश
Key Takeaways
- बिहार चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा है।
 - गिरिराज सिंह का कहना है कि एनडीए को वोट देना बिहार में शांति और सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
 - वंशवादी राजनीति सभी दलों में एक सामान्य समस्या है।
 
बेगूसराय, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में चुनाव की हलचल तेज हो गई है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, राजनीतिक बयानबाजियों में भी इजाफा हो रहा है। इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि अगर राज्य में शांति और सुरक्षा चाहिए, तो एनडीए को जीत दिलाना आवश्यक है।
गिरिराज सिंह ने मंगलवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "मैं बेगूसराय की जनता से शांति और सद्भाव के लिए एनडीए को वोट देने की अपील करता हूं, ताकि 'जंगलराज' और 'गजवा-ए-हिंद' के एजेंडे की वापसी न हो। शांति और विकास को बढ़ावा मिलता रहे। मैं बुद्धिजीवियों से लेकर गरीबों और मजदूरों तक, सभी से निवेदन करता हूं कि मतदान से एक रात पहले अच्छी तरह सोच लें।"
उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार निरंतर विकास कर रही है। यह बात जनता को भी ज्ञात हो चुकी है, लेकिन विपक्ष के लोग जनता को झूठे वादों से बहकाने की कोशिश कर रहे हैं। जनता ने यह ठान लिया है कि एनडीए को सत्ता में वापस लाना है, जिससे बिहार का विकास हो सके।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के वंशवादी राजनीति पर दिए बयान पर गिरिराज सिंह ने कहा, "थरूर को बहुत समय बाद वंशवादी राजनीति की याद आई है। शायद उनकी बात खड़गे तक पहुंच जाए।"
गौरतलब है कि शशि थरूर ने एक लेख में कहा था कि वंशवाद केवल कांग्रेस में नहीं, बल्कि लगभग सभी राजनीतिक दलों में है। उन्होंने यह भी बताया कि जब राजनीतिक शक्ति वंश के आधार पर होती है, तो शासन की गुणवत्ता प्रभावित होती है।