क्या धनबाद में ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन सफल होगा?
सारांश
Key Takeaways
- प्रिंस खान का गिरोह धनबाद में सक्रिय था।
- पुलिस ने 30 ठिकानों पर छापे मारे।
- सात गुर्गों की गिरफ्तारी से गिरोह को ध्वस्त करने में मदद मिलेगी।
- अपराधियों के साथ जमीन कारोबारी भी जुड़े हैं।
- पुलिस कार्रवाई से समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा।
धनबाद, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड पुलिस ने गैंग्स ऑफ वासेपुर के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया है। दुबई में छिपे हुए गैंगस्टर प्रिंस खान के गिरोह से जुड़े व्यक्तियों और उनके सहयोगियों के विरुद्ध मंगलवार को शहर के विभिन्न स्थानों पर 30 ठिकानों पर पुलिस ने छह घंटे से अधिक समय तक सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान प्रिंस के कम से कम सात गुर्गों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कई अन्य को हिरासत में लिया गया है।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में शमशेर नगर के फिरोज मलिक, लाडला खान, साहेब कुरैशी, मोहम्मद डब्ल्यू, आरिफ डीजे, परवेज खान, मोहम्मद तौसीफ आदि शामिल हैं। इनमें से कई पहले भी प्रिंस खान के लिए कार्य कर चुके हैं और विभिन्न आपराधिक मामलों में जेल जा चुके हैं। मंगलवार तड़के शुरू हुए इस बड़े ऑपरेशन के दौरान कई हथियार, नकद राशि और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बरामदगी की सूचना है, जिसके बारे में पुलिस जल्द ही आधिकारिक तौर पर जानकारी देगी।
यह ऑपरेशन एसएसपी संजीव कुमार के निर्देश पर तड़के तीन बजे से शुरू हुआ। पुलिस सूत्रों के अनुसार, खुफिया सूचना मिली थी कि प्रिंस खान गिरोह के शूटर और सहयोगी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं और भारी मात्रा में विदेशी हथियार वासेपुर में छिपाकर रखे गए हैं।
धनबाद पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई प्रिंस खान के नेटवर्क को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह के साथ न केवल पेशेवर अपराधी, बल्कि कुछ जमीन कारोबारी और व्हाइट-कॉलर लोग भी जुड़े हैं, जो धन, जमीन सौदे और हथियार आपूर्ति के जरिए गैंग का समर्थन कर रहे थे। पुलिस अब ऐसे सभी सहयोगियों को पहचानने और कार्रवाई करने में जुटी है।
प्रिंस खान झारखंड का मोस्ट वांटेड अपराधी है, जो पिछले चार वर्षों से दुबई में पनाह लिए हुए है। झारखंड पुलिस के अनुरोध पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। हत्या और रंगदारी वसूली के कई मामलों में वांछित प्रिंस खान अक्सर सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर वारदातों की जिम्मेदारी लेता रहा है।