क्या 'एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी' बिहार के बच्चों के लिए विज्ञान की नई राह खोलेगा?: विजय सिन्हा

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में विज्ञान शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए एक नई पहल।
- बच्चों को विज्ञान के चमत्कारों को देखने का अवसर मिलेगा।
- राजनीतिक टिप्पणियों ने भाषा की गरिमा की आवश्यकता को प्रदर्शित किया।
- उद्घाटन ने शिक्षा क्षेत्र में नया मोड़ दिया है।
- राजनीति के संदर्भ में संस्कृति और संस्कार का महत्व।
पटना, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने रविवार को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी, पटना के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। उन्होंने राज्य सरकार की इस पहल की प्रशंसा की और तेजस्वी यादव और राहुल गांधी पर तीखा हमला भी किया।
उपमुख्यमंत्री ने राष्ट्र प्रेस से बताया, "यह बिहार के लोगों और विशेष रूप से बच्चों के लिए गर्व की बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विज्ञान सिटी जैसा उपहार प्रदान किया है। इससे बच्चों को विज्ञान को आसानी से समझने का अवसर मिलेगा और वे विज्ञान के चमत्कारों को प्रत्यक्ष देख सकेंगे।" उन्होंने इसे बिहार में शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव की उस सभा पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था।
उन्होंने कहा, "यह उनके संस्कार और संस्कृति का स्पष्ट उदाहरण है। उन माता-पिता को धिक्कार, जिनका पुत्र भारतीय परंपरा और संस्कृति से हटकर प्रधानमंत्री जैसे पद पर बैठे व्यक्ति के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करता है और फिर माफी तक नहीं मांगता।"
सिन्हा ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ या तो माफी मंगवानी चाहिए या कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री को कमजोर कहे जाने पर भी सिन्हा ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी और उनकी मां ने मिलकर एक विद्वान व्यक्ति, मनमोहन सिंह, को मूकदर्शक बना दिया था। जो प्रधानमंत्री आज दुनिया भर में भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं, आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर रहे हैं, महिलाओं के सम्मान की रक्षा कर रहे हैं, उन्हें कमजोर कहना देश विरोधी मानसिकता है।"
उपमुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को 'अनुकंपा का युवराज' बताते हुए कहा कि उन्हें मजबूत नेतृत्व नहीं, बल्कि अराजकता और अस्थिरता पसंद है।