क्या बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' सफल रही? जानें सत्तापक्ष और विपक्ष का क्या कहना है!

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की यात्रा का उद्देश्य लोकतंत्र की सुरक्षा है।
- वोट चोरी के खिलाफ जनता में आक्रोश है।
- सत्तापक्ष ने यात्रा को विफल बताया।
- जनता का कांग्रेस पर विश्वास बढ़ा है।
- चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।
पटना, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के समापन पर सोमवार को सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से विचार-विमर्श किया। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इस यात्रा की समाप्ति पर राहुल गांधी की प्रशंसा की।
पप्पू यादव ने कहा कि जिस प्रकार महात्मा गांधी ने सत्य के मार्ग पर चलकर देशवासियों में एक अमिट छाप छोड़ी थी, उसी प्रकार राहुल गांधी भी आगे बढ़ रहे हैं। यह उनकी तीसरी यात्रा है, जो देश की राजनीति को नई दिशा देने में सहायक होगी।
उन्होंने बताया कि राहुल गांधी का मुख्य लक्ष्य देश के लोकतंत्र की सुरक्षा करना है। वह लोकतांत्रिक सिद्धांतों को सशक्त बनाने पर जोर देते हैं। हमें संविधान और न्यायिक व्यवस्था की रक्षा करनी होगी। बिहार की जनता आज राहुल गांधी के विचारों के साथ है।
पप्पू यादव ने कहा कि देशभर में वोट चोरी को लेकर आक्रोश फैला है। इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। यदि कोई वोट चोरी करने की कोशिश करेगा, तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज लोगों का कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर विश्वास बढ़ा है। जनता को यकीन है कि हमारे संविधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा केवल राहुल गांधी ही कर सकते हैं। हम उनसे बड़ी उम्मीदें रखते हैं।
वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इंडिया गठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के समापन पर आयोजित पैदल मार्च को नौटंकी बताया। उन्होंने कहा कि ये लोग लोकतंत्र के दुश्मन हैं, जिनका जनता पर कोई विश्वास नहीं है।
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने वोटर अधिकार यात्रा को विफल करार दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग इस यात्रा में शामिल हुए हैं, वे कभी भी वोटर्स में तब्दील नहीं होंगे।
वहीं, तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट मुख्यमंत्री कहने पर उन्होंने कहा कि यह तो बिहार की जनता तय करेगी कि वह कैसे सीएम हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय चौधरी ने वोटर अधिकार यात्रा के समापन पर दावा किया कि बिहार से बहने वाली बदलाव की बयार पूरे देश में फैलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी पर अभद्र टिप्पणी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कोई अशोभनीय शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। यह झूठ है।
हम लोग गांधीवादी हैं, इसलिए हम कोई भी बात गांधीवादी तरीके से करते हैं। हम अशोभनीय भाषा का उपयोग नहीं करते।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि पटना में आयोजित मार्च से यह संदेश जाएगा कि जो लोग सत्ता में हैं, वे वोट चोरी के जरिए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वह लोगों के मताधिकार की रक्षा करें, लेकिन आज ये लोग रक्षक से भक्षक बन गए हैं।