क्या जमीयत उलेमा-ए-हिंद पीड़ितों की मदद के लिए विशेष लीगल पैनल बनाएगी?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में मॉब लिंचिंग की घटना ने समाज में चिंता बढ़ाई है।
- जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने पीड़ितों के लिए कानूनी पैनल बनाया है।
- इस पैनल से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में मदद मिलेगी।
- सुप्रीम कोर्ट की सख्त हिदायतों के बावजूद ऐसे कृत्य जारी हैं।
- हम सबको मिलकर समाज में नफरत को खत्म करने की दिशा में काम करना होगा।
नई दिल्ली, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बताया कि संगठन ने अतहर हुसैन के परिवार को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए एक विशेष लीगल पैनल बनाने का निर्णय लिया है।
इस जानकारी को अरशद मदनी ने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के माध्यम से साझा किया। मौलाना मदनी ने लिखा, "बिहार में मॉब लिंचिंग में मारे गए अतहर हुसैन की पत्नी की दरखास्त पर जमीयत उलमा-ए-हिंद की कानूनी सहायता समिति इस मामले में कानूनी मदद देने के लिए आगे आई है।"
इस मामले में जमीयत एक हस्तक्षेपकर्ता के रूप में याचिका दायर करेगी। इसी सिलसिले में जमीयत उलमा-ए-हिंद की कानूनी टीम अनुभवी आपराधिक वकीलों का एक पैनल बना रही है ताकि पीड़ित परिवार को न केवल न्याय दिलाया जा सके, बल्कि हत्यारों को उनके किए की सख्त सजा भी दिलाई जा सके।
मदनी ने आगे लिखा, "सुप्रीम कोर्ट की सख्त हिदायतों के बावजूद ऐसे घटनाक्रमों का होना इस बात का प्रमाण है कि ऐसे कृत्य करने वालों को राजनीतिक संरक्षण और समर्थन प्राप्त है। इसी कारण उनके हौसले बढ़ते हैं। मॉब लिंचिंग सांप्रदायिक तत्वों की नफरत भरी राजनीति का नतीजा है, जो देश में खुलकर हो रही है। इन हालात में मायूस होने की जरूरत नहीं है। अगर इरादे मजबूत हों, तो निराशा के अंधेरों से उम्मीद की नई किरण प्राप्त हो सकती है, क्योंकि इस देश की मिट्टी में मोहब्बत का खमीर शामिल है।"
इस मामले में जमीयत की कानूनी टीम अनुभवी आपराधिक वकीलों का एक पैनल औपचारिक रूप से गठित करने की प्रक्रिया में है ताकि पीड़ित परिवार को न केवल न्याय मिल सके, बल्कि दोषियों को भी कड़ी सजा दिलाई जा सके।
घटना बिहार के नालंदा जिले की है, जहां एक गरीब रेहड़ी-पटरी लगाने वाले अतहर हुसैन को कथित तौर पर नाम और धर्म पूछकर बर्बरता से पीटा गया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।