क्या बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी? नीतीश कुमार होंगे सीएम: जीतन राम मांझी
 
                                सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री के रूप में वापसी की संभावना।
- एनडीए का प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतने का विश्वास।
- बिहार में कानून व्यवस्था में सुधार।
- संकल्प पत्र में रोजगार और शिक्षा पर जोर।
- बिहार को आत्मनिर्भर बनाने का रोडमैप।
पटना, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के अगले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दी। उन्होंने बताया कि सभी की सहमति बनी हुई है। हम लोग उन्हीं के चेहरे पर चुनाव लड़ रहे हैं और वही मुख्यमंत्री बनेंगे।
जीतन राम मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा, "आज फिर से सबके साथ बात हो गई है, वही मुख्यमंत्री हैं और रहेंगे। इस बार हम लोग प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापस आ रहे हैं।"
राजद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमारे प्रत्याशियों पर हमले हो रहे हैं। इसकी जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। राजद में कुछ ऐसे लोग हैं जो इस काम को अंजाम दे रहे हैं। बिहार में कानून व्यवस्था में सुधार हो रहा है। अपराधियों की पहचान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि हम लोग संकल्प पत्र में किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बिहार लगातार विकसित बिहार की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में बिहार उद्योग का हब बनने जा रहा है। हम जो भी वादे करते हैं, उसे पूरा करते हैं। जनता का हमपर विश्वास है।
संकल्प पत्र जारी करते समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का न होना, सम्राट चौधरी ने कहा कि वे आए थे, फिर कुछ काम के कारण चले गए थे। हम उनके सहयोगी हैं, इसलिए हमने पूरी जानकारी दी है।
उन्होंने कहा कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बन रही है, जनता हमारे साथ है और हमारा चुनाव अच्छा चल रहा है। समाज के सभी वर्ग एनडीए के साथ खड़े हैं। हमारी सरकार 100 प्रतिशत निश्चितता और पूर्ण बहुमत के साथ बनेगी।
पटना में शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपना साझा घोषणा पत्र जारी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान, 'हम' प्रमुख जीतन राम मांझी और आरएलएम के उपेंद्र कुशवाहा सहित एनडीए के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
घोषणा पत्र में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण और किसानों की समृद्धि पर विशेष जोर दिया गया है। एनडीए ने कहा कि यह संकल्प पत्र बिहार को अगले पांच वर्षों में आत्मनिर्भर, विकसित और आधुनिक राज्य बनाने का रोडमैप है।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                            