क्या तेजस्वी यादव ने संतोष सहनी के चुनाव से हटने पर प्रतिक्रिया दी?
सारांश
Key Takeaways
- संतोष सहनी का चुनाव से हटना महागठबंधन के लिए महत्वपूर्ण है।
- तेजस्वी यादव ने समर्थन का आश्वासन दिया है।
- सामाजिक न्याय की लड़ाई में बड़े त्याग की आवश्यकता होती है।
- गौड़ा बौराम में 11 उम्मीदवार बचे हैं।
- पहले चरण की मतदान 6 नवंबर को होगी।
पटना, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजद नेता तेजस्वी यादव ने गौड़ा बौराम में संतोष सहनी द्वारा उम्मीदवारी वापस लेने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। संतोष सहनी महागठबंधन के उप-मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी के भाई हैं, जो इस गठबंधन के समर्थन से चुनावी मैदान में थे।
संतोष सहनी के चुनावी मैदान से हटने पर तेजस्वी यादव ने कहा, "यह उनका निर्णय है। हम उनका समर्थन करते हैं, क्योंकि हम उनसे अलग नहीं हैं।"
वास्तव में, दरभंगा जिले के गौड़ा बौराम सीट पर महागठबंधन के घटक दलों राजद और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बीच एक दोस्ताना मुकाबला जैसा माहौल था। राजद के टिकट पर अफजल अली खान ने नामांकन भरा था, जबकि संतोष सहनी वीआईपी से चुनाव लड़ रहे थे। हालाँकि, पहले चरण की मतदान से पूर्व संतोष सहनी ने चुनाव से हटने का निर्णय लिया है।
मुकेश सहनी ने बुधवार को अपने भाई की उम्मीदवारी वापस लेने की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने राजद के उम्मीदवार अफजल अली को अपना समर्थन दिया।
उन्होंने कहा, "बिहार में बदलाव की लड़ाई, सामाजिक न्याय की स्थापना और समाज को उसका हक दिलाने की यात्रा आसान नहीं होती। कभी-कभी अपने बड़े लक्ष्य के लिए बड़ी कुर्बानियाँ देनी पड़ती हैं। संतोष सहनी ने गौड़ाबौराम और बेहतर बिहार के हित में बड़ा त्याग करने का निर्णय लिया है। इसी भावना के साथ हमने राजद प्रत्याशी अफजल अली को समर्थन देने का निर्णय लिया है।"
मुकेश सहनी ने कहा कि यह निर्णय बिहार के उज्जवल भविष्य और सामाजिक न्याय के प्रति हमारे संकल्प का प्रतीक है। हमारा उद्देश्य स्पष्ट है कि बदलाव की यह मशाल जलती रहे और हर वो आवाज मजबूत हो जो समानता, सम्मान और अधिकार की बात करती है। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन एकजुट है और बिहार में नया इतिहास लिखने को तैयार है।
संतोष सहनी के चुनावी मैदान से हटने के बाद अब गौड़ा बौराम में 11 उम्मीदवार बचे हैं। भाजपा ने यहाँ से सुजीत कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है।
यह ध्यान देने योग्य है कि गौड़ा बौराम सहित बिहार की 121 विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान होगा।