क्या भाजपा किसानों और जरूरतमंदों के साथ खड़ी है? : रवींद्र चौहान

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा का निर्णय बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत का अवसर है।
- कांग्रेस का भी योगदान सराहनीय है।
- कृषि क्षेत्र को नुकसान का आकलन किया जाएगा।
- सरकार प्रभावित लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
- सेवा कार्य भाजपा की प्राथमिकता है।
नागपुर, 25 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में महाराष्ट्र में आई विनाशकारी बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और किसानों की स्थिति अत्यंत चिंताजनक हो गई है। भाजपा ने अपने सांसदों और विधायकों का एक महीने का वेतन बाढ़ पीड़ितों को देने का निर्णय लिया है। इस बीच, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने भी छह महीने का वेतन देने की घोषणा की। इस पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
रवींद्र चव्हाण का कहना है कि यदि वडेट्टीवार अपना वेतन दे रहे हैं तो यह एक सकारात्मक कदम है, लेकिन भाजपा के अधिकांश विधायक ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं और उनका प्रवास व भत्ता इसी मानधन पर निर्भर करता है।
चव्हाण ने स्पष्ट किया कि भाजपा हमेशा से किसानों और जरूरतमंदों के साथ खड़ी रही है। उन्होंने कहा कि हमने सांसद और विधायक स्तर पर सामूहिक योगदान का निर्णय लिया है ताकि पीड़ित परिवारों को राहत मिल सके।
उन्होंने आगे बताया कि महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण कई गांवों के घरों में पानी भर गया है, जिससे खेती को भारी नुकसान हुआ है। सरकार ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है और प्रभावित लोगों की मदद के लिए पूरी ताकत से प्रतिबद्ध है। नुकसान का आकलन कर पीड़ितों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।
जब उनसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष समारोह के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि संघ ने पूरे वर्ष शताब्दी उत्सव मनाने की योजना बनाई है। भाजपा, जो संघ की मातृ संस्था से निकली है, भी सेवा कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।
चव्हाण ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर भाजपा पूरे देश में सेवा पखवाड़ा चला रही है। इस दौरान 17 अलग-अलग सेवा कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह पूरे वर्ष सेवा का कार्य लगातार चलना चाहिए। सेवा का यह भाव 24×7 चलता है और वर्षों से भाजपा कार्यकर्ता इसे निभा रहे हैं। पार्टी की ओर से जब भी नियोजन तय होगा, हम सभी काम करना शुरू कर देंगे।