क्या मध्य प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं से योजनाओं का फीडबैक मिल रहा है?: तुलसी सिलावट
सारांश
Key Takeaways
- मध्य प्रदेश में कार्यकर्ताओं का फीडबैक महत्वपूर्ण है।
- मंत्रियों की नियमित उपस्थिति से समस्याओं का समाधान हो रहा है।
- सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन संभव हो रहा है।
- भाजपा एक कार्यकर्ता आधारित दल है।
- कार्यकर्ताओं का संगठन पर अटूट विश्वास है।
भोपाल, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने मंत्रियों की भाजपा कार्यालय में नियमित उपस्थिति को आम जनता और कार्यकर्ताओं के लिए लाभकारी बताते हुए कहा कि इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं के माध्यम से योजनाओं का जमीनी फीडबैक प्राप्त हो रहा है।
वास्तव में, राज्य में सरकार और संगठन ने बेहतर तालमेल स्थापित करने के उद्देश्य से मंत्रियों के नियमित पार्टी दफ्तर में बैठने की व्यवस्था की है। इस प्रक्रिया में, राज्यभर से आने वाले कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर में पहुंचकर अपनी समस्याओं को मंत्रियों के समक्ष रखते हैं।
सोमवार को जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने पार्टी कार्यालय में बैठकर संवाददाताओं से बातचीत की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार के विश्वास और विकास के दो साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री को बधाई देता हूं। इसके साथ ही, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल के नेतृत्व में प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ संवाद और समन्वय की एक अच्छी परंपरा प्रारंभ हुई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक कार्यकर्ता आधारित दल है, और हमारे कार्यकर्ताओं को संगठन पर अटूट विश्वास है। पार्टी कार्यकर्ता बड़े विश्वास के साथ अपने क्षेत्र की जनसमस्याएं लेकर प्रदेश कार्यालय में आते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं के संवाद के दौरान जनसमस्याओं का त्वरित समाधान किया जा रहा है, और जिन समस्याओं का समाधान तुरंत नहीं किया जा सकता, उन्हें संबंधित विभागों को भेजा जा रहा है।
मंत्री सिलावट ने इस नई व्यवस्था के लाभों का उल्लेख करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं के संवाद के दौरान प्रदेश शासन की कल्याणकारी योजनाओं का फीडबैक भी प्राप्त हो रहा है, जो योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सहायक सिद्ध होगा। सभी जनप्रतिनिधियों का दायित्व है कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनें और उनका समाधान करें।
वास्तव में, राज्य में मोहन यादव सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं के समाधान पर विशेष जोर दिया गया है। इसके लिए सरकार के मंत्री नियमित रूप से पार्टी दफ्तर में बैठ रहे हैं, जिससे कार्यकर्ताओं को मंत्रियों के बंगले और राजधानी में दफ्तरों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है।