क्या भाजपा ने बिहार में मुसलमानों को सम्मान दिया? - प्यारे खान

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा ने मुसलमानों को अवसर और सम्मान प्रदान किया है।
- शाहनवाज हुसैन का उदाहरण भाजपा की नीतियों का प्रतीक है।
- भाजपा सभी वर्गों का ध्यान रखती है।
नागपुर, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में भाजपा की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बिहार में मुसलमानों को वह सम्मान और अवसर दिया है, जो आज तक किसी अन्य पार्टी ने नहीं किया।
प्यारे खान ने कहा कि अन्य पार्टियाँ मुसलमानों को केवल वोट बैंक मानती रही हैं, जबकि भाजपा ने उन्हें सम्मान
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि भाजपा ने बिहार में मुसलमानों को वह दिया है जो किसी अन्य पार्टी ने नहीं दिया। इसका सबसे बड़ा उदाहरण शाहनवाज हुसैन हैं, जिन्हें भाजपा ने भारत का उड्डयन मंत्री बनाया। क्या किसी अन्य पार्टी ने बिहार में मुसलमानों के लिए ऐसा किया? उन्होंने कहा कि भाजपा ने मुसलमानों को वह सम्मान दिया है जो किसी और के पास नहीं था।
भाजपा की नीतियों और नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे बिहार में उसका समर्थन मजबूत हो रहा है।
ज्ञात हो कि बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी स्पष्ट हो चुका है। भाजपा ने मंगलवार को 71 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है, जिसमें भाजपा ने मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा के साथ पूर्व डिप्टी सीएम को भी टिकट दिया है। भाजपा ने अपनी लिस्ट में सभी वर्गों का ध्यान रखा है।
भाजपा का दावा है कि वह सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ सभी को साथ लेकर चल रही है।
हालांकि, इस लिस्ट में भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन का नाम नहीं है। कहा जा रहा था कि हुसैन को भाजपा विधानसभा का टिकट दे सकती है।
भाजपा 30 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट बुधवार को जारी कर सकती है। देखना होगा कि इसमें कितने मुसलमान उम्मीदवारों को टिकट मिलती है।