क्या राहुल गांधी का बयान भारत को कमजोर दिखाता है? भाजपा ने पलटवार किया

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का बयान भारत की छवि को प्रभावित कर सकता है।
- भाजपा ने इसके खिलाफ ठोस आंकड़े पेश किए हैं।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कोलंबिया में भारतीय लोकतंत्र पर राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने जोरदार प्रतिक्रिया दी है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि भारत को गलत तरीके से पेश करने का यह प्रयास अनुचित है।
राहुल गांधी ने मेडेलिन स्थित ईआईए विश्वविद्यालय में यह दावा किया कि भारत विनिर्माण में पिछड़ गया है।
इस पर अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उनके इस दावे को खंडित किया और ठोस आंकड़े प्रस्तुत करने की मांग की।
मालवीय ने कहा, "हर बार जब राहुल गांधी विदेश जाते हैं, तो उन्हें भारत को नीचा दिखाने का मौका मिलता है। उनकी सोच 2013-14 में अटकी हुई है।"
उन्होंने राहुल गांधी के भाषणों को पुराने विचार बताते हुए कहा कि फोन, दवा, ऑटो, एफडीआई, कौशल और जीएसटी 2.0 मिलकर एक गतिशील विनिर्माण अर्थव्यवस्था को दर्शाते हैं।
उन्होंने यह भी कहा, "अगर आपको विदेश में भारत को गलत तरीके से पेश करना है, तो करते रहिए।"
उन्होंने 2014-15 और 2024-25 के बीच इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल निर्माण में हुए बदलावों की जानकारी साझा की।
अमित मालवीय ने कहा कि देश में इलेक्ट्रॉनिक सामानों का उत्पादन 1.9 लाख करोड़ रुपए (2014-15) से बढ़कर 11.3 लाख करोड़ रुपए (2024-25) हो गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 38,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 3.27 लाख करोड़ रुपए हो गया है। मोबाइल फोन उत्पादन 18,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 5.45 लाख करोड़ रुपए हो गया।