क्या कनाडा की एनएसए ने अजित डोवाल से मुलाकात में सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की?

सारांश
Key Takeaways
- दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर सहमति जताई।
- आतंकवाद निरोध और अंतरराष्ट्रीय अपराधों के खिलाफ सहयोग पर चर्चा हुई।
- भविष्य में सहयोग के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया गया।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा एवं खुफिया सलाहकार नथाली जी. ड्रोइन ने नई दिल्ली में गुरुवार को एनएसए अजित डोवाल से मुलाकात की। यह यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित द्विपक्षीय सुरक्षा वार्ता का एक हिस्सा थी। इस अवसर पर दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को एक नई दिशा देने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने पर सहमति व्यक्त की।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस महत्वपूर्ण वार्ता की जानकारी दी। दोनों पक्षों ने राजनीतिक नेतृत्व के उच्चतम स्तरों पर विश्वास का पुनर्निर्माण और सहयोग का विस्तार करने की आवश्यकता को स्वीकार किया।
उन्होंने आतंकवाद निरोध, अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने और खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान के लिए उपयोगी चर्चा की।
दोनों देशों ने सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने और मौजूदा जुड़ाव तंत्र को और सुदृढ़ करने पर सहमत हुए। दोनों एनएसए ने भविष्य में सहयोग के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया और क्षेत्रीय एवं वैश्विक विकास पर अपने विचार साझा किए।
कनाडा की एनएसए नथाली जी. ड्रोइन की यह यात्रा जून में अल्बर्टा प्रांत के कनानास्किस में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच हुई चर्चाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास माना जा रहा है।
मार्क कार्नी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान भारत-कनाडा के संबंधों को सुधारने, व्यापार, ऊर्जा, कृत्रिम रूप से जीवनोपयोगी सामग्री समेत कई मुद्दों और क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की थी।
कनाडा के पीएम मार्क कार्नी के निमंत्रण पर जी-7 शिखर सम्मेलन में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और कनाडा पारस्परिक सम्मान और साझा हितों के आधार पर मिलकर काम करेंगे।
पीएम मोदी ने आतंकवाद पर डबल मानदंड अपनाए जाने की बात भी की थी। उन्होंने कहा था कि कुछ देश खुले तौर पर आतंकवाद का समर्थन करते हैं और फिर भी लाभ प्राप्त करते हैं।