क्या सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति मामले में मुंबई के वरिष्ठ पासपोर्ट अधीक्षक को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने वरिष्ठ पासपोर्ट अधीक्षक को गिरफ्तार किया।
- आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच जारी है।
- गवाहों को प्रभावित करने का आरोप है।
- आरोपी की संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया गया।
- भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त कार्रवाई की जा रही है।
गाज़ियाबाद, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक महत्वपूर्ण भ्रष्टाचार मामले में एक वरिष्ठ पासपोर्ट अधीक्षक को गिरफ्तार किया है। यह अधिकारी, जो कि क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में कार्यरत हैं, 8 दिसंबर की रात उस समय पकड़े गए जब जांच एजेंसी ने पाया कि वह गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे थे और जांच को जानबूझ कर भटका रहे थे। आरोपी का नाम दीपक चंद्र है और वह वर्तमान में मुंबई में तैनात हैं।
सीबीआई ने 24 मार्च को आरोपी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था। उन पर आरोप है कि वह एक सरकारी कर्मचारी होते हुए भी 30 जुलाई 2018 से 30 सितंबर 2024 के बीच कुल 85,06,900 रुपए यानी 146.43 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति के मालिक पाए गए। यह अनुपात सामान्य आय के मुकाबले काफी अधिक होने के कारण एजेंसी ने इस मामले की जांच शुरू की।
जांच प्रक्रिया के दौरान, सीबीआई की टीम ने आरोपी के आवास की तलाशी भी ली। तलाशी के दौरान लगभग 60 लाख रुपए की बेहिसाब नकदी, अचल संपत्तियों में निवेश से जुड़े दस्तावेज और बड़े खर्चों की जानकारी मिली। ये सब बातें आरोपी पर लगे आरोपों को और गंभीर बनाती हैं।
गाज़ियाबाद स्थित भ्रष्टाचार निरोधक मामलों की विशेष अदालत ने सीबीआई के आवेदन पर 17 सितंबर 2025 को आरोपी की दो संपत्तियों, एक आवासीय फ्लैट और एक व्यावसायिक दुकान, को कुर्क करने का अंतरिम आदेश जारी किया था। यह आदेश सबूतों के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए दिया गया था।
सोमवार को गिरफ्तारी के बाद, आरोपी को मंगलवार को गाज़ियाबाद के सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने मामले की गंभीरता और जांच को ध्यान में रखते हुए आरोपी को 12 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
सीबीआई ने कहा है कि मामले की जांच अभी भी जारी है और आगे और सबूतों तथा वित्तीय लेन-देन की जांच की जाएगी।