क्या सरकार और चुनाव आयोग एसआईआर पर उठ रहे सवालों का जवाब देंगे?: चंद्रशेखर आजाद

सारांश
Key Takeaways
- एसआईआर पर सभी दलों की चिंताओं का सम्मान होना चाहिए।
- सरकार और चुनाव आयोग को स्पष्टता प्रदान करनी चाहिए।
- चंद्रशेखर आजाद ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए सेना की सराहना की है।
- लोकतंत्र की रक्षा के लिए सच्चाई को उजागर करना आवश्यक है।
- बिहार के विशेष मतदाता पुनरीक्षण पर विपक्ष की मांग महत्वपूर्ण है।
बहराइच, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। संसद के मानसून सत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर' के साथ-साथ कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने वाली है। इस संदर्भ में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद का एक महत्वपूर्ण बयान सामने आया है। उन्होंने एसआईआर का उल्लेख करते हुए कहा कि इस विषय को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी चिंता व्यक्त की है।
चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मुझे उम्मीद है कि संसद में एसआईआर पर होने वाली चर्चा सकारात्मक दिशा में जाएगी। इस चर्चा के माध्यम से हम जनता के मन में उठ रहे प्रश्नों को उठाने का प्रयास करेंगे।"
उन्होंने एसआईआर के मुद्दे को लेकर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "यह सभी की चिंता का विषय है। यदि इस पर प्रश्न उठ रहे हैं, तो चुनाव आयोग और सरकार को इसका उत्तर देना चाहिए।"
चंद्रशेखर आजाद ने भारतीय सेना को ‘ऑपरेशन सिंदूर' के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, "मैं देश की सेना को इस अभियान के लिए बधाई देता हूं और जो जवान शहीद हुए हैं, उनके लिए प्रार्थना करता हूं।"
इससे पहले भी चंद्रशेखर आजाद ने एसआईआर के विषय में सरकार से सवाल उठाए थे। उन्होंने पूछा था कि जब वोट का अधिकार ही छीन लिया जाएगा, तो लोकतंत्र की रक्षा कैसे की जाएगी? उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की धांधली के बारे में जानकारी मिली है, उस पर विचार करना चाहिए।
यह ध्यान देने योग्य है कि संसद के मानसून सत्र के दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर' के साथ-साथ कई अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए सहमति बनी है।
हालांकि, विपक्ष ने बिहार के विशेष मतदाता पुनरीक्षण के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की है। 21 जुलाई से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान इस विषय पर भी सदन में हंगामा हुआ था। विपक्ष के नेताओं ने संसद परिसर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है।