क्या छांगुर बाबा धर्मांतरण केस में ईडी की कार्रवाई ने खलबली मचा दी?

सारांश
Key Takeaways
- ईडी की कार्रवाई: छांगुर बाबा के खिलाफ की गई छापेमारी और जांच।
- धर्मांतरण का मुद्दा: धार्मिक गतिविधियों में अवैध गतिविधियों का आरोप।
- मनी लॉन्ड्रिंग: धन के स्रोत और उपयोग की जांच।
- संवेदनशील मामला: राज्य और केंद्र की एजेंसियों की सक्रियता।
- आगे की कार्रवाई: संभावित गिरफ्तारियों और जांच की विस्तृत जानकारी।
नई दिल्ली, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धर्मांतरण मामले में जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बलरामपुर और महाराष्ट्र के मुंबई में 14 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे गए हैं। यह कार्रवाई सुबह करीब 5 बजे से शुरू हुई, जो धर्मांतरण और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े गंभीर आरोपों के तहत की जा रही है।
बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र में 12 स्थानों पर छापे गए, जबकि मुंबई में दो ठिकानों (बांद्रा और माहिम स्थित रिजवी हाइट्स) पर प्रवर्तन निदेशालय की टीमों ने तलाशी अभियान चलाया। माहिम का ठिकाना शाहजाद शेख का निवास है, जिसे इस मामले में मुख्य आरोपी छांगुर बाबा का करीबी सहयोगी माना जाता है।
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि एक आरोपी के बैंक खाते से लगभग 2 करोड़ रुपए की धनराशि शाहजाद शेख के खाते में ट्रांसफर की गई थी। इसमें से एक करोड़ रुपए से अधिक की रकम छांगुर बाबा के खातों से शेख के खाते में गई। प्रवर्तन निदेशालय को संदेह है कि इस धन का उपयोग अवैध रूप से धर्मांतरण गतिविधियों में किया गया।
दावा किया गया है कि लगभग 100 करोड़ रुपए छांगुर बाबा को फंडिंग के रूप में प्राप्त हुए ताकि धर्मांतरण में इन पैसों का उपयोग किया जा सके। उसने इन पैसों से कई आलीशान कोठियां भी बनाईं, जहां कथित तौर पर दूसरे समुदाय की लड़कियों को लाकर धर्मांतरण का पूरा प्रोसेस होता था। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच शुरू की।
फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय की टीमें संबंधित स्थानों पर दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों की जांच में जुटी हैं। जल्द ही एजेंसी इस मामले में विस्तृत जानकारी और आगे की कार्रवाई को लेकर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सकती है। यह मामला राज्य और केंद्र की एजेंसियों के लिए संवेदनशील बन चुका है, इसलिए माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।