क्या आस्था का महापर्व छठ पूजा छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- छठ पूजा सूर्य और प्रकृति के प्रति आभार का पर्व है।
- मुख्यमंत्री ने नए छठ घाटों के निर्माण की स्वीकृति दी।
- इस पर्व से लोगों में एकता और श्रद्धा का संदेश फैलता है।
- छठ पूजा का महत्व समाज में समृद्धि और खुशहाली लाना है।
- सरकार ने इस पर्व को सफल बनाने के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई हैं।
रायपुर, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ और देश के अन्य भागों में आस्था और श्रद्धा का प्रतीक महापर्व छठ पूजा मंगलवार को सूर्योदय के समय अर्घ्य अर्पित करने के साथ पूरी श्रद्धा से संपन्न हुआ। इस चार दिवसीय कठिन व्रत का अंत सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित कर और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुसौर विधानसभा क्षेत्र में छठ घाट पर श्रद्धालुओं के साथ मिलकर सूर्योदय अर्घ्य अर्पित किया।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह पर्व सूर्य और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। उनकी कामना है कि सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि आए। राज्य के विभिन्न स्थानों पर नए छठ घाटों का निर्माण किया गया, जिसकी स्वीकृति स्वयं मुख्यमंत्री ने दी। घाटों पर स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे।
सीएम साय ने कहा कि पहले विधायक और अब मुख्यमंत्री के रूप में, मेरा हमेशा प्रयास रहा है कि मैं छठ समारोह में हिस्सा लूं, भगवान सूर्य की पूजा करूं और इस पावन पर्व के दौरान श्रद्धालुओं के साथ रहूं। इस बार भी मुझे यह शुभ अवसर मिला।
उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को अर्घ्य अर्पित किया गया और मंगलवार सुबह का अर्घ्य भी अर्पित किया गया। मुख्यमंत्री ने कामना की कि सभी के घर में सुख-समृद्धि बनी रहे। इसके साथ ही, पुसौर क्षेत्र में छठ घाटों के निर्माण के लिए सुविधाएं बढ़ाने की स्वीकृति दी गई है।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में सीएम ने लिखा कि आस्था, श्रद्धा और पवित्रता के इस महापर्व छठ पूजा में अपनी पत्नी के साथ शामिल होकर छठी मईया की पूजा-अर्चना की और भगवान सूर्य नारायण को अर्घ्य अर्पित कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और मंगल की कामना की। यह पर्व संयम, साधना और प्रकृति के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है, जो समाज में श्रद्धा, संस्कार और एकता का संदेश देता है। छठी मइया और भगवान सूर्य नारायण की कृपा से हर घर में सुख-शांति और समृद्धि का प्रकाश बना रहे।
एसआईआर के कार्यान्वयन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह एक अच्छा कदम है और हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं। चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एसआईआर प्रक्रिया का सही ढंग से कार्यान्वयन हो।