क्या छत्तीसगढ़ के गोदावरी स्टील प्लांट में हुआ हादसा एक बड़ा संकट है?

सारांश
Key Takeaways
- घटना में 6 श्रमिकों की मौत हुई है।
- घायलों की संख्या 6 है, जिनका इलाज चल रहा है।
- बचाव कार्य जारी है।
- कंपनी ने स्वतंत्र जांच का आश्वासन दिया है।
- सुरक्षा मानकों पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं।
रायपुर, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सिलतारा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित गोदावरी स्टील लिमिटेड प्लांट में शुक्रवार को एक गंभीर घटना घटी। निर्माणाधीन ढांचे की छत अचानक गिर गई, जिसके कारण 6 श्रमिकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और अन्य 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस और प्रशासनिक टीमों ने तत्परता से बचाव कार्य आरंभ किया, लेकिन मलबे में कुछ श्रमिकों के फंसे होने की आशंका बनी हुई है।
यह घटना दोपहर करीब 2 बजे हुई, जब श्रमिक प्लांट के एक हिस्से में कार्यरत थे। अचानक छत का एक बड़ा हिस्सा ढह गया, जिससे कई लोग मलबे में दब गए। रायपुर के एसएसपी लाल उमेद सिंह ने कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच गईं। बचाव कार्य में क्रेन और काटने की मशीनों का सहारा लिया जा रहा है।
मृतकों की पहचान में निर्मलकर मलिक, नारायण, घनश्याम मनोहर घोरमारे, तुलसीराम धुत्त, कलीगोटला प्रसन्न कुमार और जीएल प्रसन्न कुमार शामिल हैं। ये सभी श्रमिक आस-पास के जिलों और पड़ोसी राज्यों के निवासी थे। घायलों में मौतू यादव, दिप्तेंद्र, जयप्रकाश वर्मा, पवन कुमार, चंद्र प्रकाश और चकेधर राव के नाम शामिल हैं, जिन्हें देवेंद्र नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
फैक्ट्री प्रबंधन के प्रतिनिधि इमेंद्र दान ने घटनास्थल पर संवाददाताओं से कहा, "यह एक दुखद घटना है। हमारी प्राथमिकता घायलों का उपचार और मृतकों के परिवारों को सहायता प्रदान करना है। कंपनी मामले की स्वतंत्र जांच कराएगी और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करेगी।" उन्होंने बताया कि प्लांट का यह हिस्सा विस्तार कार्य के तहत बनाया जा रहा था, और सभी श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण प्रदान किए गए थे। हालांकि, प्रारंभिक जांच में निर्माण सामग्री की गुणवत्ता और संरचनात्मक कमजोरी पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं।
रायपुर के एसएसपी ने कहा, "हमने छह शव बरामद कर लिए हैं, और छह घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। बचाव टीम अभी भी मलबे को हटाने का कार्य कर रही है, क्योंकि कुछ श्रमिक फंसे हो सकते हैं।"
इस घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों को त्वरित राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।