क्या छत्तीसगढ़ के सरकड़ा गांव में विकास की नई तस्वीर बन रही है, आवास योजना से परिवारों में खुशहाली?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री आवास योजना ने ग्रामीणों का जीवन बदल दिया है।
- सुरक्षित आवासों का निर्माण कर रहे हैं ग्रामीण।
- सरकार की आर्थिक सहायता से पक्के घर बनाना संभव हुआ।
- ग्राम सरकड़ा में 120 आवासों की स्वीकृति हुई है।
- नए आवास से ग्रामीणों में सुरक्षा और स्थिरता आई है।
गरियाबंद, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) एक अद्भुत सहायता साबित हो रही है। गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक के ग्राम सरकड़ा में इस योजना का गहरा प्रभाव दिखाई दे रहा है। यहां बड़ी संख्या में ग्रामीण अब कच्चे घरों से बाहर निकलकर पक्के और सुरक्षित आवासों में बस गए हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार की इस योजना ने उनके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाया है।
ग्राम सरकड़ा के लाभार्थियों ने कहा कि पहले उनके आवास कच्चे मिट्टी के थे, जहां बारिश के दौरान पानी टपकता था और सांप-बिच्छुओं का खतरा हमेशा बना रहता था। लेकिन, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें 1 लाख 20 हजार रुपए आवास निर्माण के लिए और 21 हजार रुपए मजदूरी के लिए मिले। इस आर्थिक सहायता ने उन्हें पक्के मकान बनाकर सुरक्षित जीवन जीने में मदद की है।
स्थानीय लोगों ने राष्ट्र प्रेस से अपनी खुशी साझा करते हुए कहा कि अब उनके पास अपना मजबूत और सुरक्षित घर है। पहले चोरी, सांप-बिच्छू और बारिश के कारण घर गिरने का डर बना रहता था, लेकिन पक्का मकान बनने के बाद वे निश्चिंत होकर अपने दैनिक कार्यों में लगे हैं।
ग्राम सरपंच कीर्ति लता दीवान ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ गांव के लगभग सभी पात्र लोगों को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजना ने गरीब परिवारों के सपनों को साकार किया है। जिन लोगों ने कभी पक्के घर की कल्पना भी नहीं की थी, वे अब अपने नए आवास में सुरक्षित और खुशहाल जीवन बिता रहे हैं।
एक अन्य हितग्राही ने कहा कि पहले वे कच्चे घर में रहते थे। उन्हें विश्वास नहीं था कि वे पक्के मकान में रह पाएंगे, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना के कारण यह संभव हो सका।
ग्राम पंचायत के आवास मित्र ने कहा कि सरकड़ा में कुल 120 आवासों की स्वीकृति हुई है, जिनमें से 104 आवास पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा 1,20,000 रुपए की राशि तीन किस्तों में सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है, जिससे निर्माण कार्य पारदर्शी और समय पर पूरा हो पाता है।
एक अन्य लाभार्थी ने बताया कि मकान को और बेहतर बनाने के लिए उन्होंने अपनी ओर से कुछ अतिरिक्त राशि भी लगाई। अब अपने पक्के घर के बनने से वे बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि यह सब संभव हुआ है प्रधानमंत्री मोदी की योजना के कारण। मैं उन्हें दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं।