क्या छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सीआरपीएफ ने कमलापुर में ऑपरेशन कैंप स्थापित किया?
सारांश
Key Takeaways
- सीआरपीएफ ने कमलापुर में नया ऑपरेशन कैंप स्थापित किया है।
- इसका उद्देश्य नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण स्थापित करना है।
- कैंप की स्थापना से क्षेत्र में सुरक्षा और विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की जाएगी।
- स्थानीय ग्रामीणों को चिकित्सा सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी।
बीजापुर, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। देश में नक्सलियों के विरुद्ध एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। अगले वर्ष तक नक्सलियों को समाप्त करने की जिम्मेदारी सुरक्षाबलों पर है। ये सुरक्षाबल न केवल नक्सलियों का सफाया कर रहे हैं, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वालों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर क्षेत्र के बीजापुर जिले के उसूर और बासागुड़ा थाना क्षेत्र के गांव कमलापुर, मुरूडबाका, तुमरेल, पावरगुड़ा, रेखापल्ली सहित आसपास के इलाके पिछले कई दशकों से नक्सल हिंसा का शिकार रहे हैं। इन क्षेत्रों की आंतरिक सुरक्षा और जनसुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने एक महत्वपूर्ण पहल की है।
सीआरपीएफ की 229वीं बटालियन ने कमलापुर में एक नया ऑपरेशन कैंप स्थापित किया है, जिसका उद्घाटन 13 दिसंबर को बीजापुर रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक बीएस नेगी ने किया। इस ऑपरेशन कैंप का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में शांति और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना, नक्सल गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना और किसी भी प्रकार की सुरक्षा चुनौती पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करना है।
कैंप की स्थापना से क्षेत्र में सुरक्षा बलों की स्थायी उपस्थिति सुनिश्चित होगी, जिससे ग्रामीण स्वयं को अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे और विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी कर सकेंगे। उद्घाटन के बाद, पुलिस उप महानिरीक्षक बीएस नेगी ने कमलापुर का भ्रमण किया।
ग्रामीणों को बताया गया कि कैंप की स्थापना से क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा मिलेगा। यह क्षेत्र धीरे-धीरे नक्सल मुक्त बनने की दिशा में अग्रसर होगा। अधिकारियों ने ग्रामीणों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि किसी भी समस्या या जानकारी के लिए वे निर्भीक होकर सुरक्षा बलों से संपर्क कर सकते हैं।
सीआरपीएफ द्वारा सामाजिक सरोकार के तहत चिकित्सा शिविर का आयोजन भी किया गया। 229वीं बटालियन के चिकित्सा अधिकारियों और स्टाफ ने स्थानीय ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की और आवश्यक दवाइयों का निशुल्क वितरण किया।
सुरक्षा की दृष्टि से इस ऑपरेशन कैंप को तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था से सुसज्जित किया गया है। कैंप और आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों एवं ड्रोन के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। कैंप में तैनात सीआरपीएफ के जवान उच्च स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त हैं और हर प्रकार की सुरक्षा चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।